न्यूज़ डेस्क
नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में देशभर में प्रदर्शन लगातार जारी है। आज शुक्रवार है जुमे को देखते हुए हाई अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन को देखते हुए सख्ती बढ़ा दी गई है। कई शहरों को पुलिस ने हाई अलर्ट पर रखा है।
यूपी पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह से कंट्रोल में है, हम लगातार हर स्थिति पर नज़र बनाए हुए है। अभी तक कुल 21 जिलों में इंटरनेट को बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हम किसी निर्दोष को नहीं पकड़ रहे हैं, लेकिन जो हिंसा में शामिल होगा उसे नही छोड़ा जाएगा।
OP Singh, UP DGP: We are not touching innocents and we will not spare people who were involved in it (violence). And that is the reason we have arrested active members of many organisations, whether it is PFI or any other political parties. #CAAProtests https://t.co/puFTLUNPhE
— ANI UP (@ANINewsUP) December 27, 2019
मेरठ और अलीगढ़ में गुरुवार रात 10 बजे से इंटरनेट बैन का आदेश दिया गया है। जबकि वेस्ट यूपी के संवेदनशील जिले मुजफ्फरनगर में 28 दिसंबर तक इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
Uttar Pradesh Govt: Mobile Internet services and sms messages of all mobile service providers except BSNL to remain suspended in Lucknow on 27th December.
— ANI UP (@ANINewsUP) December 27, 2019
हालांकि, राज्य प्रशासन ने सभी जिलों के डीएम को छूट दी है कि मामला संवेदनशील और सांप्रदायिक तनाव के बढ़ने की संभावना लगे तो, इलाके में इंटरनेट को बंद करा सकते हैं। इस बीच मुस्लिम धर्मगुरुओं ने जुमे की नमाज से पहले शांति की अपील की है।
पिछले हफ्ते गुरुवार को लखनऊ समेत यूपी के कई शहरों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन किया था । ये प्रदर्शन देखते ही देखते उग्र हो गया था। इस प्रदर्शन में सरकारी संपत्ति का काफी नुकसान हुआ था। बता दें कि लखनऊ में 19 दिसंबर को 20 बाइक, 10 कार, तीन बसों और चार मीडिया ओवी वैन को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया था।
इसके बाद 372 से अधिक लोगों को नोटिस भेजा गया है, जो कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने में शामिल रहे थे। बता दें कि यूपी में अभी तक 1113 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।