जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. कानपुर पुलिस कमिश्नर के पद से इस्तीफ़ा देकर राजनीति में कदम रखने वाले असीम अरुण ने कन्नौज से विधानसभा चुनाव जीतने के फ़ौरन बाद जो कदम उठाया है उसने राजनीति में बदलाव लाने के संकेत दिए हैं. असीम अरुण ने बीजेपी के टिकट पर तीन बार से लगातार विधायक रहे समाजवादी पार्टी के अनिल कुमार दोहरे को मात दी है. चुनाव जीतने के बाद असीम अरुण ने सबसे पहले अनिल दोहरे के घर पहुंचकर न सिर्फ उनसे आशीर्वाद लिया बल्कि यह वादा भी ले लिया कि दोनों साथ मिलकर क्षेत्र का विकास करेंगे.
पूर्व आईपीएस असीम अरुण पूर्व डीजीपी श्रीराम अरुण के पुत्र हैं और उत्तर प्रदेश में एटीएस प्रमुख रहे हैं. ऐसे में किसी को भी यह उम्मीद नहीं थी कि राजनीति की एबीसीडी वह आसानी से सीख पाएंगे. असीम अरुण कन्नौज सदर से जैसे ही चुनाव जीते उन्होंने मतगणना स्थल की खुद ही सफाई का काम शुरू कर दिया.
पूर्व आईपीएस और मौजूदा विधायक को खुद सफाई करते देखकर हर कोई हैरान रह गया. तीन बार के विधायक को हराने वाले असीम अरुण को बधाइयों का तांता लग गया मगर असीम अरुण खुद चलकर उस उम्मीदवार के घर पहुँच गए जिसे हराकर वह विधानसभा पहुंचे हैं.
पूर्व विधायक से मुलाक़ात के बाद असीम अरुण ने इस मुलाक़ात की तस्वीर ट्वीटर पर साझा करते हुए लिखा कि आदरणीय बड़े भाई अनिल दोहरे जी से उनके घर पर आशीर्वाद प्राप्त किया. अनिल भाई के विरुद्ध चुनाव में प्रतिभाग करना बहुत कठिन था. आपके पास 15 साल का विस्तृत अनुभव है. साथ मिलकर विकास करने पर सहमति बनी है.
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