जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। पूरे देश में कोरोना और तेजी से फैल रहा है। आलम तो यह है कि कोरोना काल में लगातार लोगों की मौत हो रही है। इस वजह से अंतिम संस्कार के लिए शमशान घाट में लम्बी-लम्बी लाइने देखने को भी खूब मिल रही है।
वहीं दूसरी ओर बक्सर में एक बेहद शर्मशार घटना तब देखने को मिली जब चौसा के महदेवा घाट पर लाशों का अम्बार लगा हुआ देखने को मिला। हालांकि जिम्मेदार लोग इससे पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं।
उधर चौसा के महदेवा घाट पर लाशों का अम्बार को लेकर कई तरह की बाते कही जा रही है। एनडीटीवी की खबर के अनुसार कोरोना बक्सर सहित अनेक जिलो में तेजी से पांव पसार रहा है।
पवनी निवासी नरेंद्र कुमार मौर्य बताते हैं कि चौसा घाट की स्थिति काफी दयनीय है। कोरोना संक्रमण के कारण यहां रोज 100 से 200 लोग आते हैं और लकड़ी की व्यवस्था नहीं होने के कारण लाशें गंगा में ही फेंक देते हैं, जिससे कोरोना संक्रमण फैलने का डर बना हुआ जबकि प्रशासन कोई भी मदद नहीं कर रहा है ।
उधर कोरोना काल में बक्सर जिले के चौसा के पास स्थित महादेव घाट की तस्वीरों के सामने आने के बाद लाशों के अम्बार ने गंगा में स्थित घाट को ढकने में भी देर नहीं की गई है। जानकारी के मुताबिक लाशों के अम्बार ने गंगा में स्थित घाट को ढक दिया।
वहीं चौसा के बीडीओ अशोक कुमार ने इस पर बयान देते हुए कहा कि 40 से 45 लाशें होंगी, जो अलग अलग जगहों से बहकर महदेवा घाट पर आ कर लग गई हैं।
उपजिलाधिकारी सदर केके उपाध्याय का कहना है कि ये इन शवों का ताल्लुक बिहार नहीं उत्तर प्रदेश से है। क्योंकि हमारे यहां शवों के बहाने की नहीं, बल्कि जलाने की परंपरा है।
अधिकारी ने कहा कि यूपी से आ रही लाशों को रोकने का कोई उपाय नहीं है। ऐसे में हम इन लाशों के निष्पादन की तैयारी में है। बता दें कि बिहार में कोरोना के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। जानकारी के मुताबिक