जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर बड़ा आरोप लगाया था और कहा था कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर कैश-गिफ्ट लेकर संसद में सवाल पूछती है।
इतना ही नहीं टीएमसी सांसद पर आरोप लगा था कि उन्होंने अदाणी ग्रुप को निशाना बनाने के लिए पैसे लेकर सवाल पूछे हैं। इस पूरे मामले पर अब झारखंड से बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर को लेटर लिखकर इसकी शिकायत की और गंभीर आरोप लगाये थे ।
अब इस मामले में व्यापारी दर्शन हीरानंदानी ने गुरुवार को संसद की आचार समिति के सामने एफिडेविट दाखिल किया है। इस एफिडेविड पर गौर करें तो इसमें उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को लेकर बेहद चौंकाने वाली बात कही है।
इसमें कहा गया है कि महुआ ने हीरानंदानी के साथ अपनी संसदीय लॉग इन आईडी और पासवर्ड शेयर किया था, जिससे वह (हीरानंदानी) महुआ की तरफ से सवाल कर सकें। मामला अब ज्यादा तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है।
बता दें कि निशिकांत दुबे ने यहां सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत का पत्र दिखाया था. इसमें दावा किया गया था कि इस घूस का लेनदेन महुआ और हीरानंदानी के बीच हुआ था।
दर्शन हीरानंदानी के एफिडेविट में क्या लिखा है–
- मैं महुआ को 2017 से जानता हूं. तब मैं उनसे बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट में मिला था. उस वक्त महुआ बंगाल में विधायक थीं और समिट में उद्योगपतियों से मिली थीं. उस मुलाकात के बाद मैं और महुआ लगातार संपर्क में रहे और धीरे-धीरे करीबी दोस्त बन गए।
- महुआ बहुत महत्वाकांक्षी थीं. वह राष्ट्रीय स्तर पर जल्द अपना नाम बनाना चाहती थीं। महुआ को उनके करीबियों ने सलाह दी कि इसका सबसे छोटा रास्ता पीएम नरेंद्र मोदी पर निजी हमला है।
- लेकिन इसमें समस्या थी कि पीएम मोदी की प्रतिष्ठा बड़े स्तर पर है. कोई नीति, शासन या निजी आचरण के स्तर पर उनपर कोई आरोप नहीं लगा सकता । ऐसे में महुआ को लगा कि पीएम मोदी पर गौतम अडानी से जुड़े आरोप लगाए जा सकते हैं, क्योंकि दोनों समकालीन हैं और दोनों गुजरात से हैं।
- अडानी की तरक्की से कुछ बिजनेसमैन में जलन थी. इसलिए महुआ को उनसे भी मदद मिली।
- महुआ जानती थीं कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन हमारी कंपनी की जगह Dhamra LNG जो कि अडानी ग्रुप का ज्वाइंट वेंचर है उसके साथ लॉन्ग टर्म-टेक अग्रीमेंट करने वाली है।
- मोइत्रा ने कुछ सवाल तैयार किए जिससे संसद में अडानी ग्रुप को निशाने पर लिया जा सके. उन्होंने मेरे साथ संसद की ईमेल आईडी और पासवर्ड शेयर किए ताकि मैं उनको जानकारी दे सकूं और वह उन सवालों को संसद में उठा सकें।
वहीं अपने ऊपर लगे आरोप पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा का बयान भी सामने आया है और वो किसी भी जांच के लिए तैयार है और वो इसका स्वागत भी करेंगी।।
वहीं इस आरोप पर इंडिया गठबंधन की तरफ से कोई बयान नहीं आया है लेकिन बीजेपी के इस आरोप पर राजनीतिक घमासान मचना तय माना जा रहा है। अब देखना होगा कि इंडिया गठबंधन इस पर क्या सफाई देता है लेकिन बीजेपी लगातार इंडिया गठबंधन पर कई बड़े आरोप और निशाना साध रही है। 2024 को लेकर भी जुब़ानी जंग तेज हो गई है और कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने है। 2024 की वजह से आरोप-प्रत्योप का दौर भी शुरू हो गया है।