जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर में 25 हज़ार करोड़ के ज़मीन घोटाले का मामला सामने आया है. इस घोटाले में कई नौकरशाहों और राजनेताओं का नाम सामने आया है. घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है.
जम्मू-कश्मीर में हुए रोशनी ज़मीन घोटाले में जम्मू-कश्मीर बैंक के पूर्व चेयरमैन हसीब दराबू जो पीडीपी के बड़े नेता भी हैं. का नाम सामने आया है. वह जम्मू-कश्मीर के वित्त मंत्री भी रहे हैं. इनके अलावा कांग्रेस के बड़े नेता के.के. अमला, मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी मोहम्मद शफी पंडित का नाम भी इस घोटाले में सामने आया है. मोहम्मद शफी ने अपने और अपने परिवार के नाम पर काफी ज़मीन आवंटित कराई.
जम्मू-कश्मीर के बहुचर्चित रोशनी ज़मीन घोटाले की जांच सीबीआई के हवाले कर दी गई है. दरअसल यह सरकारी ज़मीन का मामला है जिसे राजनेताओं और नौकरशाहों ने मिलकर हड़प लिया. जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट के निर्देश के बाद 25 हज़ार करोड़ के इस ज़मीन घोटाले के तीन मुक़दमे दर्ज कराये गए हैं. इस घोटाले में जम्मू विकास प्राधिकरण के अधिकारी भी जांच के घेरे में हैं.
यह भी पढ़ें : ऋषिकेश में निर्माणाधीन पुल गिरा, 14 मजदूर घायल
यह भी पढ़ें : श्राद्ध वाले दिन मुर्दा घर लौटा वो भी खुद चलकर
यह भी पढ़ें : तो इसी सुरंग से पाकिस्तान से भारत में आए थे चरमपंथी
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : मोहब्बत ऐसे क़ानून को मानने से इनकार करती है
इस घोटाले के मामले में पहला आरोप राजस्व विभाग के अधिकारियों पर है. उन्होंने सरकारी ज़मीन पर हो रहे कब्ज़े की अनदेखी की. ऐसे लोगों को इस ज़मीन का मालिकाना हक़ दे दिया गया जिनका इससे कोई लेना देना नहीं था.
सीबीआई ने जांच में यह पाया कि राज्य की भूमि पर मालिकाना हक़ ऐसे लोगों के नामों पर कर दिया गया जो राजस्व रिकार्ड में पहले से मौजूद नहीं थे.