जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. राजस्थान के बूंदी जिले के किसानों ने पानी की दिक्कत को दूर करने के लिए न सरकार के आगे हाथ पसारे, न अधिकारियों की मिन्नतें कीं और न ही पैसों की कमी का रोना रोया. किसानों ने तय किया कि वह अपनी ज़मीन पर अपना बाँध बनाएंगे. यह तय हो गया तो ज़रूरत भर पैसा जुटाने के लिए तेरह गाँव के किसानों ने आपस में चंदा किया और 45 लाख रुपये जमा कर लिए.
बाँध की जगह का चयन किया गया. किसानों ने अपनी 350 बीघा ज़मीन बाँध के लिए दे दी. गाँव के लोगों ने बगैर किसी की मदद के 2050 फुट लम्बा और 80 फुट चौड़ा बाँध तैयार कर लिया. इस बाँध को 29 फुट गहरा बनाया गया ताकि वर्षा के जल का संचयन किया जा सके.
बूंदी के किसानों के सामने असल दिक्कत यह थी कि भू जल स्तर गिरकर सात सौ से आठ सौ फुट नीचे चला गया था. खेती करना तो बहुत दूर की बात है खुद पानी पीने और मवेशियों को पिलाने में भी दिक्कत आने लगी थी. ऐसे हालात में खेती के बारे में तो सोचा भी नहीं जा सकता.
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यह बाँध बूंदी में जनसहयोग का अनूठा उदाहरण है. 29 फुट गहराई वाला यह बाँध 20 फुट पानी से भर गया है. जैसे-जैसे बाँध में पानी बढ़ रहा है वैसे-वैसे किसानों का उत्साह भी बढ़ता जा रहा है. पानी से भरते हुए बाँध में कोई कमी न हो यह जांचने के लिए गाँव के लोग रात दिन वहीं जमे हैं. जहाँ पर ज़रूरत पड़ रही है वहां पर मरम्मत भी करते जा रहे हैं. इस बाँध को बनाने में करीब 50 ट्रैक्टर और छह जेसीबी मशीनों की मदद ली गई.