जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। बुंदेलखंड के लोगों की प्यास बुझाने के लिए स्थापित की जा रही महत्वाकांक्षी घर-घर नल परियोजना को लेकर अब विवाद देखने को मिल रहा है। दरअसल पीएम की महत्वाकांक्षी परियोजना को अधिकारी बट्टा लगाने पर उतारू हो गए है।
ये कहना है बुंदेलखंड किसान यूनियन का। इस पूरे मामले पर हर घर-नल जल योजना में मानकों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए बुंदेलखंड किसान यूनियन (अराजनैतिक) ने धरना प्रदर्शन लगातार जारी है।
इतना ही नहीं प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में एक कंपनी के उपकरणों को घटिया बताते हुए प्रतिबंध और जांच की मांग की है।
इसको लेकर राजधानी लखनऊ में बुंदेलखंड किसान यूनियन प्रेस वार्ता कर सरकार से फौरन इसमें दखल देने की मांग की है। राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल कुमार शर्मा की अगुवाई में यूनियन नेताओं ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बुंदेलखंड में चल रही हर घर-नल जल योजना में इस्तेमाल किए जा रहे पाइप व अन्य उत्पाद घटिया हैं।
आरोप लगाया कि विभागीय अभियंता और उत्पाद निर्माण कंपनी की मिलीभगत से गुणवत्तापूर्ण सामग्री नहीं डाली जा रही। इस दौरान उन्होंने बताया कि बुंदेलखंड किसान यूनियन लगातार इस मामले को उठा रहा है और बांदा, चित्रकूट,हमीरपुर,महोबा,झांसी,जालौन,ललितपुर जनपदों में धरना दे रही है।
बुंदेलखंड किसान यूनियन ने धरना प्रदर्शन और उपवास रखकर पीएम और सीएम को ज्ञापन भी दिया है। जांच व कार्रवाई की मांग की। विमल कुमार शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस परियोजना के शुरू होने से बुंदेलखंड में एक नई उम्मीद नजर आ रही थी और लोग काफी खुश थे कि उनको पानी की समस्या से आगे जूझना नहीं पड़ेगा लेकिन दो भ्रष्ट अधिकारी ने इस पूरी परियोजना में पलीता लगा दिया है।
इस कंपनी का उत्पादन वर्ष 2011 से हो रहा है उक्त कंपनी अपने उत्पाद के केवल दो वर्षो में बार बार डिबार तथा ब्लैक लिस्ट की गयी। इसी तरह उत्तर प्रदेश में जल निगम के फैजाबाद मंडल में इस कंपनी के उत्पादों को अधोमानक मानते हुए प्रतिबंधित किया था।
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लेकिन अज्ञात कारणों के चलते कुछ भ्रष्ट अधिकारीयों ने प्रधानमंत्री की इस महत्वकांक्षी योजना में इसी डिबार कंपनी के अधोमानक डी. आई. पाइप एवं अन्य अधोमानक उत्पांदो का इस्तेमाल करते हुए बुन्देलखण्ड की जनता के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ कर रहे है।
बुन्देलखण्ड किसान यूनियन और बुन्देलखण्ड की जनता इस घपलेबाजी को लेकर भरी आक्रोशित है। बुन्देलखण्ड किसान यूनियन इसके खिलाफ लगातार बुन्देलखण्ड के विभिन्न जनपदों में आन्दोलन कर रही है।
प्रतिनिधि मंडल ने शर्मा से मांग की कि बुन्देलखण्ड में हर घर में नल से जल योजना के तहत प्रत्येक व्यक्ति को स्वच्छ जल मिल सके इसके लिए डिबार कंपनी के कार्य पर तत्काल रोक लगायी जाये तथा भ्रष्ट अधिकारयों के खिलाफ कठोर कारवाई की जाये।
राष्ट्रीय अध्यक्ष का कहना है कि हर घर नल परियोजना में कुछ विभागीय अभियंताओं व निर्माण कंपनियों की मिलीभगत से अधोमानक डीआइ पाइप व अन्य उत्पाद का प्रयोग किया जा रहा है।
जिससे इस महत्वाकांक्षी परियोजना की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। यह उत्पाद कोलकाता की एक कंपनी से लिया जा रहा है। जबकि डीआइ पाइप व अन्य सामग्री बनाने वाली देश में कई उत्कृष्ट कंपनी हैं। बुंदेलखंड किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने इसे लेकर आवाज बुलंद की है।