जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार का आतंक के खिलाफ एक्शन जारी है. राजधानी लखनऊ की रिवर बैंक कालोनी में पूर्व संसद दाउद अहमद द्वारा बनाई गई छह मंजिला इमारत को ज़मींदोज़ कर दिया गया. सौ करोड़ रुपये से तैयार हुई इस इमारत को पुरातत्व विभाग की तमाम शिकायतें भी बनने से रोक नहीं पाईं लेकिन आज बड़ी संख्या में पहुंचे बुलडोजरों ने इमारत को ज़मींदोज़ कर दिया.
दाउद अहमद की इस इमारत को तोड़ने के लिए प्रशासन ने बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया था. बड़ी संख्या में बुलडोजर लाये गए थे. सब कुछ जल्दी-जल्दी निबटा देने के चक्कर में इमारत का एक हिस्सा ढहा तो बुलडोजर उसमें दब गया. बुलडोजर के ड्राइवर को बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकलकर अस्पताल में भर्ती कराया गया.
पूर्व सांसद दाउद अहमद ने रिवर बैंक कालोनी में छह मंजिला इमारत का निर्माण कराया था. पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने यह एतराज़ लगाया कि रेजीडेंसी के आसपास कोई निर्माण नहीं कराया जा सकता क्योंकि वह पुरातात्विक महत्व की इमारत है. इसके बावजूद निर्माण का काम नहीं रुका. केन्द्रीय संरक्षित इमारत के पास प्रतिबंधित क्षेत्र में किये गए इस निर्माण को रोकने के लिए एलडीए के अधिकारियों से लेकर डीएम और कमिशनर तक चिट्ठियां लिखी गईं लेकिन निर्माण रुकवाने का प्रयास कहीं से नहीं हुआ.
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अब जब बिल्डिंग की फिनिशिंग शुरू हो गई थी पुरातत्व विभाग के संयुक्त महानिदेशक के तीन जुलाई को किये गए ध्वस्तीकरण आदेश के साथ पुलिस और जिला प्रशासन मौके पर पहुंचा और इमारत को ज़मींदोज़ कर दिया.