Thursday - 7 November 2024 - 1:30 PM

फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन कांग्रेस विधायक को पड़ा महंगा

जुबिली न्‍यूज डेस्‍क

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आयोजन करने वाले कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। भोपाल नगर निगम ने इंदिरा प्रियदर्शनी कॉलेज में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के चार अवैध निर्माण को तोड़ दिया है। कुछ दिन पहले ही विधायक के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था।

बताया जा रहा है कि भोपाल नगर निगम ने गुरुवार को खानू गांव स्थित बड़े तालाब के कैचमेंट एरिया में निर्मित बिल्डिंगों पर कार्रवाई शुरू कर दी। यहां विधायक आरिफ मसूद का इंदिरा प्रियदर्शनी कॉलेज भी बना हुआ है। 50 मीटर के दायरे में यानी कैचमेंट एरिया में आने के कारण कांग्रेस विधायक के चार अवैध निर्माण को जमींदोज कर दिया।

यह भी पढ़ें : हाईकोर्ट ने दिया लिव इन में रह रही महिलाओं को सुरक्षा देने का निर्देश

यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : लव – जेहाद – राम नाम सत्य

कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि यह असंवैधानिक है। हमने अपने धर्म के खिलाफ फ्रांसीसी राष्ट्रपति की टिप्पणी का शांतिपूर्ण तरीके से विरोध किया था। यह हमारा संवैधानिक अधिकार है. यह बदले की कार्रवाई है। 2005 से निर्माण को गिराने पर रोक लगी थी, हम मामले को उचित मंच पर ले जाएंगे. मैं अपने छात्रों को बताना चाहता हूं कि कक्षाएं बंद नहीं होंगी।

इससे पहले भोपाल मध्य विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। आरिफ मसूद ने 29 अक्टूबर को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ भोपाल के इकबाल मैदान में एक बड़े प्रदर्शन की अगुवाई की थी, जिसमें हजारों लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई थी।

आरिफ मसूद पर हुई कार्यवाई पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बड़ा बयान दिया है।  मंत्री मिश्रा ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में विधायक मसूद पर कार्रवाई को लेकर कहा कि मध्यप्रदेश में कानून का राज है। कानून के दायरे में जो आएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि समझ नहीं कि आता फ्रांस की घटना पर यहां प्रदर्शन क्यों किया। ज़्यादा था तो फ्रांस चले जाते, यहाँ पांच टाइम नमाज पढ़ी जा रही है, कोई दिक्कत नहीं है। कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए गृहमंत्री ने कहा कि पूरे मामले को कांग्रेस साम्प्रदायिक रंग में रंगने की कोशिश कर रही है और कमलनाथ क्यों खामोश रहे। जायज़ था तो बताएं, फ्रांस की घटना का मप्र से क्या लेना देना।

यह भी पढ़ें : इन स्मार्ट ठेलों से रखी जायेगी आत्मनिर्भर भारत की नींव

यह भी पढ़ें : नहीं रहे पद्मविभूषण टी.एन. कृष्णन : टूट गया वायलिन का तार

इकबाल मैदान में प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और मास्किंग के सभी नियम दरकिनार करते हुए लोगों ने काफी देर तक फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन किया था। इसके बाद आरिफ मसूद समेत 200 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई थी। इसी मामले में आरिफ के खिलाफ धारा 153 के तहत धार्मिक भावनाओं को आहत करने का एक और मामला दर्ज किया गया।

गौरतलब है कि भोपाल में हुए प्रदर्शन के बाद से ही मध्यप्रदेश में सियासी बवाल मचा हुआ था। प्रदर्शन के अगले ही दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने साफ कर दिया था इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com