जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. फरीदाबाद के खोरी गाँव में तीन हज़ार पुलिसकर्मियों की देखरेख में दस हज़ार मकानों को ढहाने का काम शुरू कर दिया गया है. मौके पर बुल्डोज़र बड़ी तेज़ी के साथ मकान तोड़ने के काम में लग गए हैं. 19 जुलाई की शाम तक सभी दस हज़ार मकान ढहा दिए जायेंगे. यह मकान सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ढहाए जा रहे हैं.
जानकारी के अनुसार फरीदाबाद के खोरी गाँव में वन विभाग की ज़मीनों पर कब्ज़ा कर मकान बनते चले गए. धीरे-धीरे अवैध रूप से वहां दस हज़ार मकान बना लिए गए. इन लोगों को तमाम नोटिस दिए गए मगर वहां रहने वालों ने मकान खाली करने से इनकार कर दिया.
समझाने से कोई मान नहीं रहा था और ताकत आजमाने पर हज़ारों लोग जमा हो जाते और पथराव कर कार्रवाई के लिए पहुँचने वालों पर हमला कर देते. मामला अदालत में पहुँच गया. दोनों तरफ के वकील जिरह करते रहे और अंतत: सुप्रीम कोर्ट के सामने मामला पहुँच गया. सुप्रीम कोर्ट ने सारे मकान ढहाने के आदेश दे दिए.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी कोई वहां से हटने को तैयार नहीं था. फरीदाबाद के जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने इन मकानों की पहले बिजली काटी, फिर उधर पानी के टैंकरों की पहुँच रोकी. अतिक्रमण हटाने से पहले वहां रहने वालों को एक आश्रय स्थल में ट्रांसफर किया. इसके बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल, रैपिड एक्शन फ़ोर्स और पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में बुलडोजर मौके पर पहुँच गए और मकानों को ढहाने का काम शुरू कर दिया गया.
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इन मकानों में रहने वालों के ईडब्ल्यूएस के बहुमंजिला मकान बनाये जायेंगे. इन मकानों में इन लोगों का पुनर्वास किया जायेगा. मकान ढहाने का काम शुरू होने पर काफी हंगामा हुआ लेकिन बड़ी संख्या में पुलिस होने की वजह से जल्दी ही हालात पर काबू पा लिया गया.