जुबिली न्यूज डेस्क
2024 के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी सबसे आखरी में अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर रही है और इस बार प्रत्याशियों के ऐलान का तरीका बेहद अलग है. बसपा हर एक जिले में अलग-अलग प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर रही है. इस बार बसपा का केंद्रीय नेतृत्व या प्रदेश नेतृत्व प्रत्याशियों का ऐलान न करते हुए जोनल स्तर पर कोऑर्डिनेटर प्रत्याशियों की अलग-अलग घोषणा कर रहे हैं.
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ये हैं प्रत्याशी
अभी तक बहुजन समाज पार्टी ने 7 प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. इसमें से पांच मुस्लिम समुदाय से आते हैं. बसपा ने पीलीभीत से अनीस अहमद खान, मुरादाबाद से इरफान सैफी, कन्नौज से अकील अहमद पट्टा ,अमरोहा से डॉक्टर मुजाहिद हुसैन उर्फ बाबू भाई, सहारनपुर से माजिद अली , मुजफ्फरनगर से दारा सिंह प्रजापति और बिजनौर से चौधरी विजेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया है.
15 मार्च तक अधिकृत सूची जारी
एक तरफ जहां बहुजन समाज पार्टी अलग-अलग जिलों में जोनल कोऑर्डिनेटर के माध्यम से प्रत्याशियों का ऐलान कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ बहुजन समाज पार्टी के सूत्रों का कहना है की पार्टी हाई कमान की तरफ से जारी की गई सूची ही अधिकृत सूची मानी जाएगी. आशा जताई जा रही है कि बसपा की तरफ से 15 मार्च तक अधिकृत सूची जारी हो सकती है. बसपा सुप्रीमों द्वारा जारी की जाने वाली इस सूची में कुछ और नाम भी जुड़ सकते हैं.
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सपा कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकती हैं मायावती
एक तरफ इंडिया गठबंधन में कांग्रेस की कोशिश है कि बसपा उनके साथ आ जाए तो वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती बार-बार अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर रही है. बसपा द्वारा जारी की जा रही प्रत्याशियों की सूची भी सपा और कांग्रेस की धड़कने बढ़ाने का काम कर रही है. अभी हक जारी सूची से सबसे ज्यादा नुकसान सपा और कांग्रेस गठबंधन को होता हुआ दिखाई दे रहा है. पश्चिम की सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशियों को उतारने के बाद सपा कांग्रेस गठबंधन को बड़ा झटका लगने का अनुमान है.