जुबिली न्यूज डेस्क
बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने दोहराया है कि वे अब कुश्ती और कुश्ती की राजनीति से पूरी तरह संन्यास ले चुके हैं. उन्होंने डब्ल्यूएफआई को निलंबित करने के खेल मंत्रालय के फ़ैसले को अदालत में चुनौती देने के फ़ैसले पर कहा कि इस बारे में फ़ैसला फेडरेशन को लेना है, उनका उससे अब कोई लेना देना नहीं है.
क्या कहा बृजभूषण शरण सिंह ने
कुश्ती के संबंध में जो मुझे बोलना था, कल मैं बोल चुका हूं. मैं कुश्ती और कुश्ती की राजनीति से पूर्णत: संन्यास ले चुका हूं. रहा अमित शाह जी से मिलने की बात, तो हमारे पार्टी के नेता हैं, अगर हम मिलेंगे भी कुश्ती के संबंध में बात नहीं करेंगे. कुश्ती की बात समाप्त हो चुकी है.
अभी मिलने का कोई प्रोग्राम नहीं
अमित शाह से उनकी मुलाक़ात कब होगी, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि टाइम को लेकर उनके पास कोई सूचना नहीं है, लेकिन वे हमारे नेता हैं, जब बुलाएंगे तब मिलेंगे, अभी उनसे मिलने का कोई प्रोग्राम नहीं है. संजय सिंह के बारे में उन्होंने कहा, ”वे अपना काम करें और हम अपना काम कर रहे हैं. हमने संजय सिंह को कह दिया है.”
भारतीय कुश्ती संघ को निलंबित करने के खेल मंत्रालय के फ़ैसले को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती देने के फ़ैसले पर उन्होंने पत्रकारों से कहा, ”ये बात आप संजय सिंह से पूछिए. क्या करना है नहीं करना ये फेडरेशन का काम है. ये बात फेडरेशन और सरकार के बीच की है.”
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पत्रकारों ने उनसे साक्षी मलिक के उस बयान पर प्रतिक्रिया मांगी कि उनकी लड़ाई सरकार से नहीं बृजभूषण शरण सिंह से है. इस पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया.