जुबिली स्पेशल डेस्क
बिहार से पिछले कुछ दिनों में पुल लगातार गिर रहे हैं और सोशल मीडिया पर पुल गिरने का वीडियो भी खूब तेजी से वायरल होता है। इतना ही नहीं पुल गिरने के चलते राजनीति घमासान भी खूब देखने को मिलता है।
लालू यादव की पार्टी आरजेडी इस पूरे मामले पर नीतीश कुमार पर हमलावर है और लगातार सवाल पूछ रही है। बिहार में पिछले 18 दिनों में 12 पुल गिरने की बात सामने आ चुकी है।
इस साल 18 जून को बिहार में पहला पुल गिरा और फिर उसके एक नहीं दो नहीं बल्कि अब तक इस साल 12 पुल गिर चुके हैं। अभी हाल में एक मीडिया रिपोर्ट सामने आई जिसमें इसके बारे में विस्तार से बताया गया है। बिहार में एक दिन में यानी तीन जुलाई को छोटे मोटे पुलों को मिलाकर पांच पुल एकाएक ध्वस्त हो गए है।
हालांकि ऐसा नहीं है कि पुल गिरने की घटना पहली बार हो रही है। इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं होती रही है लेकिन बिहार में अचानक से 12 पुल गिरने के बाद राजनीति काफी तेज हो गई।
भारत में इससे पहले भी पुल गिरने रहे हैं। एक रिपोर्ट पर गौर करें तो भारत में 1977 से 2017 के बीच 2130 पुल ध्वस्त हो चुके हैं। इंडिया टुटे की एक रिपोर्ट के अनुसार फैक्टली की एक रिपोर्ट में एनसीआरबी के डेटा के हिसाब से बताया गया है कि साल 2012 से 2021 के बीच 214 पुल गिरने के केस दर्ज हुए हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि भारत में पुल गिरने का मामला कोई नया नहीं है।
साल पुल गिरने के मामले
- 2012-45
- 2013-45
- 2014-16
- 2015-22
- 2016-19
- 2017-10
- 2018-17
- 2019-23
- 2020-9
- 2021-8
अभी हाल में ही अररिया के सिकटी में बकरा नदी पर बना पुल को गिरकर ध्वस्त हो गया। बताया जाता है कि बकरा नदी पर बने इस पुल का उद्घाटन किया जाना था, लेकिन इससे पहले ही करोड़ों की लागत से बना यह पुल धड़ाम से गिर गया. सिकटी प्रखंड क्षेत्र के पड़रिया घाट पर पुल का निर्माण किया गया था।