न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। लॉकडाउन के बीच कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को राहत दी है। कंपनियों ने मार्च महीने की सैलरी पहले ही अपने कर्मियों के खाते में डाल दी है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इंडियाबुल्स, मैरिको, मेट्रो कैश ऐंड कैरी तथा एसबीआई जनरल जैसी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को महीना पूरा होने से पहले ही मार्च की सैलरी देने का फैसला किया था ताकि वे अपने-अपने घरों में बंद होकर वर्क फ्रॉम होम कर रहे कर्मचारी राहत की सांस ले सकें।
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कर्मचारियों को भेजे गए ई-मेल में टीसीएस ने कहा, ‘कोविड-19 महामारी तथा देशव्यापी लॉकडाउन को देखते हुए कंपनी ने आप लोगों की मार्च 2020 की सैलरी 27 मार्च, 2020 को देने का फैसला किया था।’ टीसीएस आमतौर पर सैलरी महीने के अंतिम कामकाजी दिन देती है।
कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए केंद्र सरकार द्वारा किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के बाद इस कंपनी के 85% कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। कंपनी के बाकी कर्मचारी कैंपस से ही काम कर रहे हैं, क्योंकि कंपनी कुछ बेहद अहम सिस्टम्स को सपोर्ट करती है, जिनसे बैंकों, स्टॉक एक्सचेंज, टेलिकॉम, इलेक्ट्रिसिटी तथा रिटेल सर्विसेज का का संचालन होता है।
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वहीं मैरिको के सीएचआरओ अमित प्रकाश ने बताया, ‘कंपनी ने मार्च महीने की सैलरी महीना पूरा होने से एक हफ्ता पहले क्रेडिट कर दी।’ वहीं खबर ये भी है कि L&T फाइनेंस ने भी 24 मार्च को सभी कर्मचारियों का वेतन दे दिया है।
मेट्रो कैश ऐंड कैरी के एमडी तथा सीईओ अरविंद मेदीरत्ता ने कहा, ‘हमने 27 मार्च को ही सैलरी कर्मियों के खाते में डाल दी, ताकि उनके हाथ में पैसे रहे। इसके अलावा, हम उन कर्मचारियों को 200-400 रुपये अतिरिक्त भुगतान कर रहे हैं जो काम करने के लिए ऑफिस आ रहे हैं और उन्हें भोजन तथा स्नैक्स भी मुहैया कराया जा रहा है। साथ ही, उनके आने-जाने की भी व्यवस्था की गई है।’
वहीं, इंडियाबुल्स ने अपने कर्मचारियों को 26 मार्च को ही वेतन दे दिया। कंपनी अमूमन महीने के अंतिम कामकाजी दिन सैलरी क्रेडिट करती है। यही नहीं, ग्रुप के कर्मचारी एक दिन की सैलरी कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में दे रहे हैं, जो कुल मिलाकर 2 करोड़ रुपए होगी। इस तरह एसबीआई जनरल ने भी 26 मार्च को ही सैलरी अपने कर्मचारियों के खाते में क्रेडिट कर दी है।
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