जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में लगने वाले महाकुंभ की शुरुआत के पहले कुंभ मेला प्रशासन की तरफ से संगम के नाविकों को कई रियायत देने का ऐलान किया गया है. नावों का किराया बढ़ाने पर मेला प्रशासन की सहमति बन गई है. एडीएम महाकुंभ विवेक चतुर्वेदी के मुताबिक, संगम में चलने वाली नावों के किराए में 50 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी गई है.
बता दे कि लंबे समय से नाविकों की नाव का किराया बढ़ाने की मांग की जा रही थी. प्रयागराज जिला नाविक संघ और मेला प्रशासन के बीच हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया गया.
प्रयागराज जिला नाविक संघ के अध्यक्ष पप्पू लाल निषाद ने प्रशासन के इस फैसले का स्वागत किया है. पप्पू लाल निषाद का कहना है कि मंहगाई में बढ़ोतरी के बावजूद कई बरसों से नावों के किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई थी. इसे देखते हुए प्रशासन का फैसला नाविकों के हित में है.
श्रद्धालुओं की जेब होगी हल्की
इस फैसले से संगम में आस्था की डुबकी लगाने आने वाले श्रद्धालुओं को अब अपनी जेब और हल्की करनी होगी. संगम स्नान करने आने वाले श्रद्धालु आमतौर पर संगम क्षेत्र के किला घाट से ही नाव संगम के लिए लेते हैं. किला घाट से संगम जाने के लिए आम श्रद्धालु को केवल चप्पू वाली नाव से ही जाने की सुविधा है. स्टीमर या मोटर बोट की सुविधा केवल प्रशासन या जल पुलिसकर्मियों के लिए है.
नाव से किला घाट से संगम जाने के लिए अभी तक प्रति व्यक्ति 60 रुपए देने होते थे, लेकिन अब उसे 50 फीसदी और अपनी जेब से देने होंगे. वैसे सबसे दूर ककरहा घाट से संगम का किराया 100 रुपए, बलुआ घाट से 90 रुपए, बोट क्लब से 90 रुपए, सरस्वती घाट से 80 रुपए, मौज गिरी घाट और अरैल घाट से 60 रुपए किराया है.
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नावों के किराए में की गई बढ़ोतरी के बाद अब यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी श्रद्धालु से तय किए गए किराए से ज्यादा किराया न लिया जाए. इसके लिए पूरी पारदर्शिता बरतने के लिए नाव के किराए की नई सूची भी तैयार की जा रही है. एडीएम मेला के मुताबिक, सभी घाटों और पार्किंग स्थल में इस लिस्ट को चस्पा किया जाएगा.