जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में बचपन में तय हुई शादी तोड़ने के नतीजे में दो परिवारों के बीच ऐसा खूनी संघर्ष हो गया कि तीन लोगों की जान चली गई. इस संघर्ष में तलवारों और फरसों से हमला किया गया था.
सीहोर जिले की आष्टा तहसील के तहत सामरी गाँव के रहने वाले लक्ष्मण सिंह बंजारा ने 10 साल पहले अपनी बेटी की सगाई सामरी बोंदा ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि किशनलाल के लड़के के साथ की थी. सगाई के समय किशन लाल ने आधा किलो चांदी भेंट की थी. दस साल के बाद दोनों परिवारों के बीच इस रिश्ते को लेकर सहमति नहीं बन पाई तो सगाई टूट गई. सगाई टूटने का मामला पंचायत के सामने पहुंचा तो पंचायत ने फैसला सुनाया कि अगर यह रिश्ता तोड़ना है तो लक्ष्मण सिंह को किशनलाल को एक किलो चांदी लौटानी होगी. पंचायत का फैसला दोनों पक्षों ने मान लिया और लक्ष्मण सिंह ने एक किलो चांदी देकर बात खत्म कर दी.
सगाई टूट जाने के बाद किशनलाल के परिवार के दिल में रंजिश पलती रही. लक्ष्मण सिंह ने अपनी बेटी का दूसरी जगह पर रिश्ता तय कर दिया तो किशनलाल के परिवार ने धमकी दी कि अगर दूसरी जगह पर शादी हुई तो वह लक्ष्मण सिंह की दोनों लड़कियों को उठा ले जायेगा.
बुधवार की शाम को किशनलाल हथियारबंद भीड़ के साथ लक्ष्मण के घर पहुँच गया और तलवारों व फरसों से हमला बोल दिया. इस हमले से पहले इस भीड़ ने हवाई फायरिंग कर यह बताया कि कोई बीच में न आये. हम लड़कियों को लेकर शान्ति से चले जायेंगे.
हमलावरों की भीड़ का मुकाबला करने के लिए लखन, मुकेश और श्यामलाल बीच में आ गए. उन्होंने हमलावरों को समझाने की कोशिश की तो भीड़ ने उन्हीं को निशाना बना दिया. तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए. खून में लथपथ उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. मुकेश और श्यामलाल तो अस्पताल पहुँचने से पहले ही खत्म हो गए लेकिन लखन ने भी बृहस्पतिवार को अस्पताल में दम तोड़ दिया. इस संघर्ष में दोनों पक्षों के 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
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