न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल बीते गुरुवार की रात को सीएम योगी आदित्यनाथ केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर दौरे पर थे। इस दौरान सीएम ने रैन बसेरों में तीमारदार जमीन में पन्नी बिछाकर रात गुजारते मिले थे। यह देख कर सीएम योगी ने कई लोगों को कंबल बांटे। लेकिन सीएम के जाते ही कंबल को वापस ले लिया गया।
हालांकि उन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से लोगों को बांटे गए कंबल बाद में वापस ले लिए। इस मामले में प्रशासन ने संज्ञान लिया है और मामला दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।
गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के लक्ष्मण मेला ग्राउंड, डालीगंज और किग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के तीन आश्रय गृहों का आकस्मिक दौरा किया था। इस दौरान वहां रह रहे लोगों को प्रदान की जा रही बुनियादी सुविधाओं की समीक्षा की और उनसे बातचीत के दौरान शिकायतों को भी सुना था।
इस बीच केजीएमयू में तीमारदारों को कंबल बातें गये। इस दौरान सीएम की मौजूदगी में अंदर से भी कई तीमारदारों को आनन-फानन में कंबल बांट दिए गए। मगर, सीएम के जाते ही अंदर से मिले कंबल तीमारदारों से वापस ले लिए गए।
150 रूपये लेकर दे रहे कंबल
इस बात को लेकर रैन बसेरे में ठहरे मऊ निवासी संजय कुमार ने बताया कि सीएम के जाते ही कंबल वापस ले लिए गए। इसके बाद कोई पुरसाहाल नहीं है। ट्रॉमा सेंटर के रैन बसेरे में 150 रुपये लेकर कंबल दिए जा रहे हैं।
वहीँ मैनपुरी निवासी गीता ने बताया किया कि, डेढ़ सौ रुपये जमा करने पर कंबल दिया जा रहा है। गोंडा के नरेश और निशांत ने भी कंबल के लिए 150 रुपये भुगतान का दावा किया।
इस मामले में केजीएमयू के प्रवक्ता का कहना है कि तीमारदारों से कंबल वापस लेने की शिकायत नहीं मिली है। इसके अलावा कंबल देने के लिए 150 रुपये लिए जाने की बात गलत है। मामले की जानकारी की जा रही हैं।