जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव बेहद करीब है। ऐसे में बीजेपी इस बार 400 सीट जीतने पर पूरा फोकस कर रही है।
इसको लेकर बीजेपी के बड़े नेता अब पहले से ज्यादा एक्टिव हो गए है। पीएम मोदी लगातार जनता के बीच जा रहे हैं जबकि बीजेपी अपने कुनबे को और मजबूत करने के लिए पुराने सहयोगियों को फिर से अपने साथ लेकर चल रही है।
बिहार में नीतीश कुमार तो आंध्र में चंद्रबाबू नायडू फिर से बीजेपी के साथ तालमेल बैठाने में कामयाब हुए और इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिला हुआ दिख रहा है।
दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर बीजेपी ने दो लिस्ट जारी कर दी है। बुधवार को दूसरी लिस्ट में 72 उम्मीदवारों को जगह दी गई है। इसमें से 30 सांसदों को बीजेपी ने टिकट नहीं दिया। वहीं पहली लिस्ट में भाजपा ने 33 सिटिंग सांसदों के टिकट काट दिए थे।
इससे ये पता चल रहा है कि बीजेपी अपने उम्मीदवारों को लेकर काफी गंभीर है और एक-एक सीट को लेकर गहरा मंथन हुआ है। भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए अब तक 267 उम्मीदवारों की घोषणा की है और पहली सूची की करें तो 195 उम्मीदवारों
में से 33 सांसदों को टिकट नहीं देने का फैसला लिया गया जबकि 110 सांसदों को रिपीट किया था बाकी नए चेहरों को मौका दिया था।
उम्मीदवारों की दूसरी सूची में भाजपा ने अब 30 सांसदों के टिकट काट दिए, 30 को फिर एक बार मौका दिया गया है और 12 नए चेहरों को मौका दिया गया है। भाजपा की दूसरी लिस्ट में 9 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से 72 नामों का ऐलान किया गया। इस सूची में महाराष्ट्र और कर्नाटक के भी 20-20 प्रत्याशी का ऐलान किया गया है।
सूची में गुजरात के 7, तेलंगाना के 6, हरियाणा के 6, मध्य प्रदेश के 5, दिल्ली से 2, उत्तराखंड के 2, हिमाचल प्रदेश में 2, त्रिपुरा से 1 और दादर और नागर हवेली से 1 उम्मीदवार के नाम का ऐलान किया गया। कुल मिलाकर बीजेपी का पूरा फोकस चार सौ सीट जीतने पर है। इस वजह से वो उम्मीदवारों का ऐलान सोच समझकर कर रही है।