जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को लेकर बड़ी खबर आ रही है। दरअसल उनके घर सीबीआई की टीम पहुंची है। इस दौरान
सीबीआई की टीम ने 21 जगहों पर एक साथ छापेमारी करने की बात सामने आ रही है।
इसमें दिल्ली के तत्कालीन आबकारी आयुक्त आरव गोपी कृष्ण का परिसर भी शामिल है। ये छापेमारी क्यों हो रही है, इसको लेकर कहा जा रहा है कि नई आबकारी नीति को लेकर पिछले दिनों उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश की थी।
इसके बाद इस तरह का एक्शन लिया गया है। मुख्य सचिव की रिपोर्ट डिप्टी सीएम की भूमिका पर सवाल उठाए गए थे। इसके बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सख्त रूख अपनाते हुए सीबीबीआई जांच कराने की सिफारिश कर डाली थी। अबकारी विभाग डिप्टी सीएम के पास है।
अब इस मामले में राजनीति भी तेज हो गई है। बीजेपी भी आम आदमी पार्टी को घेरने का मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहती है। दरअसल बीजेपी ने एक बड़ा आरोप लगाया और इशारों-इशारों में आरोप लगाया है कि इंटरनैशनल मीडिया में दिल्ली के स्कूलों को लेकर जो छापा गया है, वह पैसे देकर छापा गया है।
दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, ‘न्यूयॉर्क टाइम्स और खलीज टाइम्स ने वर्ड-टू-वर्ड एक जैसा आर्टिकल छापा, दोनों में 6 तस्वीरें लगी हैं, वे भी एक जैसी हैं। अगर दो-तीन अखबारों में शब्दशः एक जैसा कुछ छपे तो क्या वह खबर होती है? वह तो विज्ञापन होता है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘केजरीवाल ने सुबह कहा कि न्यूयॉर्क टाइम्स में ऐसे ही फोटो नहीं छप जाती, बहुत मुश्किल होती है। उन्हें मालूम होगा कि कितना पैसा दिया, रिपोर्टर को कैसे सेट किया। मैंने कभी नहीं देखा कि दो अलग-अलग अखबारों में एक जैसी स्टोरी छप जाए।’
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करके कहा है कि ये लोग दिल्ली की शिक्षा और स्वास्थ्य के शानदार काम से परेशान हैं। इसीलिए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री और शिक्षा मंत्री को पकड़ा है ताकि शिक्षा स्वास्थ्य के अच्छे काम रोके जा सकें. हम दोनों के ऊपर झूँठे आरोप हैं। कोर्ट में सच सामने आ जाएगा।