जुबिली न्यूज डेस्क
भारतीय जनता पार्टी दिल्ली की सात लोकसभा सीटों के लिए कैंडिडेट के चयन को अंतिम रूप देने में जुट गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस में गठबंधन होने के बाद सत्तारूढ़ दल अब उम्मीदवारों के चयन के लिए कड़ी स्क्रीनिंग प्रक्रिया कर रही है। इसके तहत ऑब्जर्वर की रिपोर्ट से लेकर इन सीटों पर कैंडिडेट को लेकर सर्वे का सहारा लिया जाएगा।
बीजेपी ने केंद्रीय नेतृत्व और जिला स्तर एवं पार्टी कार्यकर्ताओं की सलाह के बाद ऑब्जर्वर की नियुक्ति की थी। सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने साथ ही मौजूदा सांसदों की लोकप्रियता, उनके काम और उनकी जीत के मौके को लेकर भी सर्वे कराया है। पार्टी ने सर्वे के दौरान इन सीटों पर वैसे लोगों के नाम भी पूछे जो अच्छे कैंडिडेट हो सकते हैं ताकि अगर जरूरत पड़े तो ऐसे उम्मीदवार को उतारा जा सके।
एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया कि ऑब्जर्वर ने अपनी रिपोर्ट स्थानीय नेतृत्व को भेज दी है जिन्होंने इसे केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचा दिया है। केंद्रीय चुनाव कमिटी (CEC) कैंडिडेट के नाम की अंतिम घोषणा करेगा।
150 सीटों पर कैंडिडेट का होगा ऐलान
29 फरवरी को CEC की बैठक होगी और इसमें अलग-अलग राज्यों में करीब 150 सीटों पर कैंडिडेट के नामों की घोषणा होगी। दिल्ली में पार्टी वैसी तीन या चार सीटों पर कैंडिडेट का ऐलान कर सकती है जहां सीटिंग सांसद को ही टिकट मिलने वाला हो। 2019 के लोकसभा में बीजेपी ने दिल्ली में 5 सांसदों को रिपीट किया था। सभी सात सीटों पर पार्टी के कैंडिडेट ने बड़ी जीत दर्ज की थी। इन सभी सीटों पर कांग्रेस और आप के वोटों को मिलाकर भी बीजेपी को ज्यादा वोट मिले थे।
2-3 सीटों पर बदलेंगे कैंडिडेट?
सूत्रों ने बताया कि पार्टी इस बार दो या तीन लोकसभा सीटों पर सीटिंग सांसद को बदल सकती है। एक मशहूर बॉलीवुड अभिनेता, एक पूर्व केंद्रीय मंत्री की बेटी और कुछ केंद्रीय मंत्री जो राज्यसभा के सदस्य भी हैं, उनका नाम भी चर्चा में है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि ऐसे फैसले केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा ही लिया जाता है।