न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव के नतीजों ने साफ कर दिया है कि पूरे देश में मोदी का मैजिक सिर चढ़कर बोल रहा है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ये जीत कई मायनों में काफी अहम मानी जा रही है। इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशियों को रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल हुई है।
2014 की तरह 2019 में भी मोदी लहर चली और एनडीए ने 542 में से 348 सीटों पर कब्जा कर लिया। नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। 30 मई को राष्ट्रपति भवन में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
मोदी लहर में कई राज्यों में बीजेपी गठबंधन ने क्लीन स्वीप किया। राजस्थान, गुजरात, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश और उत्तराखंड में एनडीए ने सभी सीटों पर जीत हासिल किया। खास बात ये है कि 14 राज्यों में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला।
राजस्थान
राजस्थान की बात करें तो लोकसभा की 25 सीटों में से सभी 25 सीटों में बीजेपी ने जीत दर्ज की है। खास बात ये है कि इनमें से 21 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिन्होंने दो लाख से ज्यादा अंतर से लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज कराई है। यहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने सभी 25 सीटें जीत लीं।
राज्य के इतिहास में पहली बार किसी पार्टी ने लगातार दूसरे चुनाव में एक तरह से एकतरफा जीत दर्ज की है। मोदी सरकार के चारों केंद्रीय मंत्री आसानी से जीत गए, जबकि कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह भी चुनावी समर में हार गए।
दिल्ली
देश की राजधानी दिल्ली में बीजेपी सभी सात सीटों पर जीत हासिल की है। यहां भी मोदी लहर के चलते आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को एक बार फिर शुन्य से संतोष करना पड़ा। बीजेपी के सभी उम्मीदवारों ने 50 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल करते हुए विशाल अंतर से अपनी जीत का परचम लहराया। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी समेत राजनीति की पिच पर पहली बार उतरे गौतम गंभीर ने भी जीत हासिल की।
गुजरात
गुजरात में भी 2014 का प्रदर्शन दोहराते हुए बीजेपी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने सभी 26 सीटों पर जीत हासिल की है।
हिमाचल
हिमाचल प्रदेश में भी बीजेपी ने क्लीन स्वीप करते हुए सभी चार सीटों पर जीत हासिल की है। कांग्रेस का यहां भी खाता नहीं खुला है।
उत्तराखंड
उत्तराखंड में एक बार फिर मोदी लहर के चलते बीजेपी गठबंधन ने सभी पांच सीटों पर जीत हासिल की। बीजेपी ने कांग्रेस से लगभग दोगुने वोट लेकर सभी पांच सीटों पर जीत हासिल कर ली। राज्य बनने के बाद पहली बार कांग्रेस को इतना बड़ा सदमा लगा है।
हरियाणा
लोकसभा चुनाव में हरियाणा की सभी दस सीटों पर बीजेपी ने पहली बार प्रदेश में कमल खिलाया है। हरियाणा बनने के बाद ज्यादातर चुनाव में अपना दबदबा बनाए रखने वाली कांग्रेस क्लीन स्वीप हो गई है।
इसके अलावा एनडीए ने त्रिपुरा के दो लोकसभा सीट और अरुणाचल प्रदेश की दो सीट और दमन दीव की एक सीट पर जीत हासिल करते हुए क्लीन स्वीप किया। यहां पर भी कांग्रेस अपना खाता नहीं खोल पाई। मिजोरम की एक मात्र सीट को कभी कांग्रेस के पास थी उसे बीजेपी के सहयोगी मिजो नेशनल फ्रंट ने जीत लिया। यहां से लाल रोसंगा ने जीत दर्ज की। इन सभी राज्यों में बीजेपी का वोट शेयर 50 फीसदी से ज्यादा रहा।
इसके साथ ही मध्य प्रदेश की 29 सीटों में से 28 पर और छत्तीसगढ़ की 11 सीटों में से 9 पर जीत का परचम लहराया। इसके अलावा महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना गठबंधन ने 48 में से 39 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं, 80 सीटों वाले उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने गठबंधन और प्रियंका गांधी वाड्रा की चुनौती का सामना करते हुए 62 सीटों पर जीत हासिल की।