न्यूज डेस्क
बीजेपी को राज्यसभा में बहुमत हासिल करने के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। अप्रैल माह में भाजपा-कांग्रेस समेत कई अन्य दलों के 51 सांसद के राज्यसभा से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इस बार तृणमूल कांग्रेस और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी को ज्यादा सीटें मिलने की संभावना है। वहीं कांग्रेस और बीजेपी भी कई सीटों के लिए दावेदारी कर रही है, लेकिन बीजेपी इस बार भी बहुमत हासिल नहीं कर पायेगी।
राज्यसभा में वर्तमान में 245 सांसद हैं। अप्रैल में 51 सांसद सेवानिवृत्त हो जायेंगे तो सदन में 194 सांसद बचेंगे। राज्यसभा में हो रहे इस बदलाव से बीजेपी ज्यादा चिंतित नहीं है, क्योंकि राज्यसभा में पार्टी के पास अभी बहुमत नहीं है। राज्यसभा में बीजेपी के 82 संसद हैं। बावजूद बीजेपी उच्च सदन में लाए कानूनों को पास करवाने में सफल रही है। दरअसल बीजेपी अपने सहयोगी दलों के समर्थन से बिल पास करा लेती है।
फिलहाल बीजेपी को उम्मीद हैं कि अप्रैल में होनेवाले चुनाव में उसे 13 सीटें मिल सकती है।
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ओडिशा में राज्यसभा की तीन सीटों में से बीजू जनता दल को दो और बीजेपी को एक सीटें और आंध्र प्रदेश की सभी चार सीटें वाईएसआर कांग्रेस को मिलने की उम्मीद है। हिमाचल और हरियाणा से बीजेपी को एक-एक सीटें मिलने की उम्मीद है।
वहीं महाराष्ट्र से सात राज्यसभा सदस्य सेवानिवृत्त होने वाले हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इसमें चार सीट शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी और दो सीटें भाजपा के खाते में जा सकती है, लेकिन असली जंग सातवी सीट के लिए होगी। ऐसा माना जा रहा है कि उ’च सदन की इस एक अतिरिक्त सीट के लिए महाराष्ट्र विकास अघाडी के तीन सहयोगियों के बीच रस्साकशी हो सकती है।
कांग्रेस की बात की जाए तो वर्तमान में राज्यसभा में उसके 46 सांसद हैं और उसे 10 सीटें मिलने की संभावना है। कांग्रेस के 11 सदस्य अप्रैल में सेवानिवृत होंगे।
राज्यसभा द्वारा जारी की गई आगामी सेवानिवृत्ति की सूची के अनुसार तमिलनाडु से छह, बिहार और पश्चिम बंगाल से पांच, आंध्र प्रदेश और गुजरात से चार-चार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और ओडिशा से तीन-तीन, झारखंड और छत्तीसगढ़ से दो-दो और असम, मणिपुर, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश से एक-एक सीटें शामिल हैं।
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