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भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सीनियर नेता जेपी नड्डा को आज बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर चुना जा सकता है। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर काम कर रहे जेपी नड्डा के इस पद पर निर्विरोध चुने जाने की उम्मीद है। नड्डा बीजेपी के अध्यक्ष पद के लिए लंबे समय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की पसंद के तौर पर देखे जा रहे हैं।
बीजेपी में हमेशा से ही अध्यक्ष पद का चुनाव आम सहमति और बिना किसी मुकाबले के हुआ है ऐसे में बहुत कम संभावना है कि इस बार भी पार्टी की परंपरा में कुछ बदलाव देखने को मिलेगा। नए अध्यक्ष के चुनाव के साथ ही पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष अमित शाह का साढ़े पांच साल से अधिक का कार्यकाल भी समाप्त हो जाएगा। बता दें कि अमित शाह के अध्यक्ष के तौर पर रहा कार्यकाल भाजपा के लिए चुनावों के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ था।
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में अमित शाह के गृहमंत्री बनने के बाद बीजेपी ने उनका उत्तराधिकारी चुनने की कवायद शुरू कर दी थी क्योंकि पार्टी में ‘एक व्यक्ति एक पद’ की परंपरा रही है। नड्डा को गत वर्ष जुलाई में कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। यह इस बात का संकेत था कि हिमाचल प्रदेश से भाजपा के नेता संगठन के शीर्ष पद के लिए संभावित पसंद हैं।
नड्डा 2019 के लोकसभा चुनाव में राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में भाजपा के चुनाव अभियान के प्रभारी थे। बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा सीटों में से 62 पर जीत दर्ज की। आम चुनावों में बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण राज्य संभालने के अलावा नड्डा मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री थे। वह संसदीय बोर्ड के एक सदस्य रहे हैं जो कि पार्टी का निर्णय लेने वाला शीर्ष निकाय है।
हिमाचल प्रदेश के एक ब्राह्मण परिवार से आने वाले जेपी नड्डा पार्टी के बड़े नेताओं में गिने जाते हैं। नड्डा बीजेपी की पितृ संस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विश्वसनीय चेहरा माने जाते हैं। नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल में स्वास्थ्य मंत्री रहे 58 साल के नड्डा अपनी लो-प्रोफाइल को बनाए रखने की वजह से कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर चुना गया था।