न्यूज डेस्क
नागरिकता संसोधन कानून के खिलाफ देशव्यापी विरोध- प्रदर्शन जारी है। इसको लेकर बीजेपी असहज हो गई है। शायद इसीलिए बीजेपी नेताओं को इसका कोई जवाब नहीं सूझ रहा है। कोई इस विरोध-प्रदर्शन का मजाक उड़ा रहा है तो कोई इसे विपक्ष की साजिश बता रहा है। इस बीच बीजेपी के एक सांसद ने विरोध करने वालों का मजाक उड़ाते हुए कहा कि अनपढ़ और पंक्चर वाले इस कानून का विरोध कर रहे हैं।
22 दिसंबर को बेंगलुरु साउथ से बीजेपी के सांसद तेजस्वी सूर्या नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में आयोजित एक रैली में शामिल हुए थे। इस रैली को संबोधित करते हुए सूर्या ने कहा कि ‘बेंगलुरु के आईटी और बीटी सेक्टर में काम करने वाले लोग देश की अर्थव्यवस्था में योगदान कर रहे हैं। इनमें वकील, बैंक के कर्मचारी और आम नागरिक के अलावा ऑटोरिक्शा चालक भी शामिल हैं। यह सभी लोग आज यहां (बेंगलुरु) एकत्रित हुए हैं। सिर्फ अनपढ़ और पंक्चरवाले नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हैं।’
गौरतलब है कि इस रैली का आयोजन शहर के Sir Puttana Chetty Town Hall में किया गया था। इस मौके पर भाजपा सांसद सूर्या ने कहा कि ‘हिंदुस्तान में कमजोर और अप्रभावी धर्मनिरपेक्षता की कोई जगह नहीं है। हम एक नये भारत का निर्माण कर रहे हैं…5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था वाली…ऐसी सेक्यूलरिज्म का यहां कोई काम नहीं है।’
Want to know what privilege sounds like?
MP @Tejasvi_Surya, who hails from a rich political family, mocks CAA protestors as ILLITERATES and PUNCTURE WALAS
Are the poor not supposed to protest now?
Such crass elitism is unbecoming of a parliamentarianpic.twitter.com/Ijn3vuYLGB
— Srivatsa (@srivatsayb) December 23, 2019
मालूम हो 29 साल के तेजस्वी सूर्या की गिनती देश के नौजवान सासंदों में होती है। रैली में आई भीड़ के बीच इस तरह का भाषण देते भाजपा सांसद का वीडियो भी वायरल हुआ है। सूर्या के इस बयान पर विपक्षी दलों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने
कांग्रेस नेता श्रीवास्तव वाई.बी ने ट्विटर पर लिखा कि ‘सांसद तेजस्वी सूर्या एक अमीर घराने से आते हैं। किस विशेषाधिकार के तहत उन्होंने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को अनपढ़ और पंक्चर वाला कहा है? यह मैं जानना चाहता हूं। क्या गरीब लोगों को प्रदर्शन करने का अब हक नहीं है?’
गौरतलब है कि देश में नागरिक संसोधन कानून और एनआरसी को लेकर देश में विरोध हो रहा है। इसके विरोध में देश में कई जगह हिंसा भी हुई। सैकड़ों लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। फिलहाल यह विरोध अभी थमता नजर नहीं आ रहा है।
यह भी पढ़ें : CAA : जर्मनी के छात्र को मिला देश छोड़ने का फरमान
यह भी पढ़ें : इंटरनेट तो रोक लेंगे आंदोलन कैसे रोकेंगे
यह भी पढ़ें : झारखंड नतीजों के बाद सीएम योगी क्यों हो रहे हैं ट्रोल