न्यूज़ डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कड़ी नसीहतों के बाद भी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की विवादित बयानबाजी रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।एक बार फिर बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े सुर्ख़ियों में हैं। इस बार हेगड़े ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में हुए भारत के स्वतंत्रता आंदोलन को ‘नाटक’ बताया है। साथ ही उनपर महात्मा कहलाने पर भी सवाल उठाये है।
बीजेपी सांसद बीते दिन कर्नाटक के बेंगलुरु में एक जनसभा संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘पूरा स्वतंत्रता संग्राम ब्रिटिश सरकार की अनुमति और समर्थन से रचा गया था। आजादी के दौरान हुए आंदोलन में तथाकथित नेताओं में से किसी ने एक बार भी पुलिस की मार नहीं खाई थी। गांधी का स्वतंत्रता संग्राम महज एक नाटक था।’
यही नहीं हेगड़े आगे बताते हैं कि, ‘असल में भारत का स्वतंत्रता संग्राम वास्तविक लड़ाई नहीं थी। यह सामंजस्य के आधार पर रचा गया स्वतंत्रता संग्राम था।’
गांधी का उपवास और सत्याग्रह भी नाटक
उन्होंने महात्मा गांधी के उपवास और सत्याग्रह को भी नाटक करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समर्थक कहते हैं कि आमरण अनशन और सत्याग्रह की वजह से भारत को आजादी मिली। जोकि सही नहीं है। अंग्रेजों ने सत्याग्रह के चलते देश नहीं छोड़ा था। अंग्रेजों ने निराश होकर भारत छोड़ा था।
इतिहास पढ़ने पर खौलता है खून
हेगड़े ने कहा, ‘जब मैं इतिहास पढ़ता हूं तो गुस्से से मेरा खून खौलने लगता है। देश को लेकर ऐसे नाटक करने वाले गांधी जैसे लोग हमारे देश में महात्मा हो गए. ऐसा कैसे हो सकता है।