जुबिली न्यूज डेस्क
किसानों के आंदोलन को लेकर भाजपा नेता आए दिन कोई न कोई आरोप लगाते रहते हैं। कोई उन्हें उग्रवादी कहता है तो कोई उन्हें खलिस्तानी।
अब किसान आंदोलन को लेकर भाजपा सांसद ने बड़ा आरोप लगाया है। सांसद रमेश बिधूड़ी ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर जो लोग आंदोलन कर रहे हैं वह दरअसल किसान नहीं हैं। आंदोलन चलाने के लिए तीन मुख्यमंत्री फंड दे रहे हैं।
मंगलवार को लोकसभा में बिधूड़ी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा वे लोग (आंदोलनकारी) सीपीआई और सीपीएम के नेता हैं।
सांसद बिधूड़ी ने किसान आंदोलन पर बात करने के दौरान यह तो कहा कि तीन मुख्यमंत्री फंडिंग कर रहे हैं लेकिन यह नहीं बताया कि वह मुख्यमंत्री कौन हैं।
इस मौके पर कांग्रेस पर तंज कसते हुए सांसद ने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर शकुनी का काम कर रही है और किसानों को भटका रही है।
उनके इस बयान का बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने भी समर्थन किया। जोशी ने कहा किसानों को खुले बाजार से फायदा होगा।
इस मौके पर किसान आंदोलन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री व नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यह कोई खुदाई किताब नहीं है, जिसमें बदलाव न किए जा सकें।
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अब्दुल्ला ने सरकार से धार्मिक आधार पर भेदभाव न करने की अपील करते हुए कहा, “आपको क्या लगता है कि भगवान राम सिर्फ आपके हैं? नहीं, राम पूरी दुनिया के हैं। वे हम सबके हैं। यह उसी तरह है जैसे मुस्लिमों ने कुरान को अपने सीने से लगा रखा है। कुरान भी सभी के लिए है।”
लोकसभा में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी कृषि कानूनों पर बहस के दौरान कहा कि यूपी में एमएसपी पर फसलों की खरीद नहीं हो रही।
उन्होंने ने पीएम मोदी के आंदोलनजीवी वाले बयान पर तंज कसते हुए कहा- “हम उन्हें क्या कहें, जो आजकल चंदा इक_ा करते हुए घूम रहे हैं? क्या आप चंदाजीवी नहीं हैं?”
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