न्यूज डेस्क
बलिया से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक सुरेंद्र सिंह अक्सर अपने विवादित बयानों के कारण चर्चा में रहते हैं। लेकिन इस बार वो अपने बेटे के गुंडागर्दी को लेकर सुर्खियों में हैं। आरोप है कि बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह के बेटे हजारी सिंह ने अपने साथियों रेवेन्यू इंस्पेक्टर की पिटाई कर दी है। इसके बाद बलिया पुलिस ने आरोपी विधायक बेटे के खिलाफ मामला दर्ज करने के बजाए पीड़ित अधिकारी के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर दिया।
जानकारी के अनुसार, अफसर और 5 अन्य के खिलाफ रिश्वत मांगने और मारपीट के आरोप में केस दर्ज किया गया है। वहीं दूसरी ओर पीड़ित निर्वाचन अधिकारी अपने साथियों के साथ धरने पर बैठे हैं। विधायक के बेटे की करतूत से तहसील कर्मियो में जबरजस्त आक्रोश फैला हुआ है।
पीड़ित कर्मचारी राधेश्याम ने कहा कि विधायक जी के बेटे आए थे। जमधारवा गांव में बीएलओ के चयन को लेकर कहा गया था। मैने उनको आश्वासन दिया था कि उनकी बात सुनी जाएगी और थोड़े समय बाद बीएलओ का चयन कर लिया जाएगा। लेकिन आधा दर्जन समर्थकों के साथ उन्होंने हमला कर दिया और जमकर पिटाई की।
बताया जा रहा है कि विधायक के बेटे रेवेन्यू अधिकारी राधेश्याम से इसलिए नाराज थे क्योंकि उन्होंने उनके कहने पर एक बूथ लेवल के ऑफिसर का ट्रांसफऱ नहीं किया था। पीड़ित अधिकारी का नाम राधेश्याम बताया जा रहा है।
घटना बुधवार की बताई जा रही है। इस दिन विधायक सुरेंद्र सिंह के बेटे हजारी सिंह अपने करीब दर्जन भर समर्थकों के साथ जमधारवा गांव पहुंचे थे। यहां आकर उन्होंने राधेश्याम से एक बूथ लेवल ऑफिसर के तत्काल ट्रांसफर करने की बात कही। राधेश्याम ने विधायक के बेटे की बात को मानने से इनकार कर दिया। इसी बात से खफा हजारी सिंह ने ऑफिसर की धुनाई कर दी और बेखौफ वहां से चले गए।
विधायक के बेटे की इस गुंडई से तहसील परिसर में अफरा तफरी मच गई। तहसील में तैनात अधिकारी आक्रोशित हो गए। गुस्साए कर्मचारी नजदीकी थाने में पहुंच गए और विधायक के बेटे पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग करने लगे। इस घटना की शिकायत मिलने के बाद पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और मामले में कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।
इधर सुरेंद्र सिंह के बेटे हजारी सिंह ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार कर दिया है। उन्होंने उल्टे सरकारी कर्मचारी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उनके साथ गलत व्यवहार किया और उनके एक समर्थक को धक्का भी दिया। उन्होंने कहा कि वो वहां सिर्फ अपने जान-पहचान वालों के समर्थन में गए थे।