न्यूज डेस्क
पिछले कुछ दिनों से देश में सिर्फ नागरिकता संसोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी की चर्चा है। सीएए के बहाने से पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान की भी चर्चा है। सरकार ने जब यह बिल संसद में पेश किया था तभी उसने कहा था कि इन देशों के प्रताडि़त हिंदू के अलावा अल्पसंख्यकों को सरकार बसायेगी। फिलहाल यूपी के मुजफ्फरनगर में पाकिस्तान से आए 25 हिंदू शरणार्थियों को बसाने और उनकी मदद करने की बात सामने आई है।
पाकिस्तान से आए 25 हिंदू शरणार्थियों को बसाने का दावा बीजेपी के एक विधायक ने किया है। भाजपा विधायक विक्रम सैनी ने कहा कि वह कवल गांव में पाकिस्तान से आए 25 हिंदू शरणार्थियों को बसाने में मदद करेंगे और उनमें से पांच को उन्होंने आर्थिक सहायता भी दी है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान से आए 25 शरणार्थी देश की राजधानी दिल्ली में एक शिविर में रह रहे हैं। एक ओर शरणार्थियों को बसाने की कवायद हो रही है तो दूसरी ओर पूरे देश में सीएए और एनआरसी को लेकर जमकर विरोध हो रहा है।
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भाजपा विधायक ने क्या कहा
उत्तर प्रदेश के खटौली के बीजेपी विधायक विक्रम सैनी ने कहा कि पाकिस्तान में धार्मिक प्रताड़ना झेलने के बाद भारत आए शरणार्थियों में से पांच ने उनसे मुलाकात की। बैठक के बाद विधायक सैनी ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने प्रत्येक को पांच-पांच हजार रुपए की सहायता दी है और उन्हें आश्वस्त किया कि उन्हें वह कवल गांव में बसाएंगे।
गौरतलब है कि विधायक सैनी 2013 में हुए मुजफ्फरनगर दंगों में आरोपी हैं। यह वही कवल गांव हैं जहां तीन युवकों की हत्या के बाद मुजफ्फरनगर और उसके नजदीकी क्षेत्रों में दंगे भड़क उठे थे। इस दंगे में 60 लोगों की मौत हो गई थी और यहां से 40,000 लोग पलायन कर गए थे। इस दौरान पूरे इलाके में तनाव का माहौल था।
पूरे देश में हो रहा है सीएए का विरोध
एक ओर भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों को बसाने और आर्थिक मदद देने की बात कह रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर पूरे देश में नागरिक संसोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी को लेकर पूरे देश में विरोध जारी है। आम आदमी से लेकर छात्र इस कानून के खिलाफ हैं और सरकार से इसे हटाने की मांग कर रहे हैं।
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