जुबिली स्पेशल डेस्क
क्या महाविकास अघाड़ी की सरकार गिराकर बनाई गई शिवसेना-बीजेपी सरकार में सबकुछ ठीक चल रहा है? यह सवाल आज इसलिए प्रमुख हो गया क्योंकि महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल का दर्द सार्वजनिक हो गया है।
दरअसल, पनवेल में पार्टी के प्रदेश अधिकारियों की एक बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकात पाटिल ने साफ तौर पर कहा कि उन्हें शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के सीएम बनने का दुख है। प्रदेश बीजेपी के कार्यकारिणी की बैठक में उनका ये दर्द शनिवार को सार्वजनिक हो गया। चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि प्रदेश में स्थिर सरकार बनाने के लिए बीजेपी ने दिल पर पत्थर रखकर ये फैसला लिया। और नतीजे के तौर पर शिवसेना नेता शिंदे आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं।
पाटिल के इस बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी गर्मी बढ़ गई है। डिप्टी सीएम के तौर पर काम करने वाले बीजेपी नेता देवेंद्र फड़णवीस तो इस फैसले को लेकर असहज थे ही। उन्होंने अपने दिल की बात को सार्वजनिक भी कर दिया था। उन्होंने कहा था कि केंंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर उन्होंने ये फैसला लिया है। अब प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष के मुंह से ऐसी बात सार्वजनिक होने के बाद शिवसेना नेताओं के बीच खुसर-पुसर शुरू हो गई है।
इस बीच, अब ये चर्चा भी तेज हो गई है कि शिवसेना और बीजेपी के बीच स्थितियां बहुत सामान्य नहीं हैं। तालमेल का अभाव है। और इसी वजह से महाराष्ट्र सरकार का प्रस्तावित मंत्रिमंडल विस्तार में देर हो रही है।
कहा जा रहा है कि विभागों में बंटवारे को लेकर दोनों पक्षों में एकमत नहीं है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में सियासी उलटफेर के बीच जब शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के सीएम बनने की खबर आई थी तो इसे हैरानी से देखा गया था। खुद देवेंद्र फड़णवीस इस फैसले को लेकर असहज दिखे। लेकिन कहा गया कि केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें समझा-बुझा कर मना लिया। अब पार्टी फोरम से ऐसी बात को सार्वजनिक करके बीजेपी ने साफ संकेत दे दिया है कि वे अपने गठबंधन से संतुष्ट नहीं है।