जुबिली न्यूज डेस्क
राज्यसभा के चुनाव के लिए बीजेपी के उत्तर प्रदेश के उम्मीदवारों ने बुधवार को अपना नामांकन भरा. इसके लिए 11 बजे का समय तय किया गया था, जब पार्टी के टॉप नेता भी मौजूद रहे. पार्टी की तरफ से अब तक सात उम्मीदवारों का ऐलान किया था. पार्टी के सभी उम्मीदवारों के जीत की संभावना है, जहां बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत है. वहां पार्टी ने आज 8वे उम्मीदवार की घोषणा कर दी है.
बीजेपी ने आरपीएन सिंह, सुधांशु त्रिवेदी, चौधरी तेजवीर सिंह, साधना सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता बलवंत नवीन जैन और संजय सेठ को उत्तर प्रदेश से राज्यसभा भेजने का फैसला किया है. आरपीएन सिंह कांग्रेस के बड़े नेता थे जिन्होंने 2022 में बीजेपी जॉइन कर लिया था. वह पडरौना के रहने वाले हैं और कुर्मी जाति से आते हैं. बीजेपी की तरफ से आठवें उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है.
27 फरवरी को होना है राज्यसभा का चुनाव
राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 15 फरवरी है और 27 फरवरी को चुनाव होना है. बीजेपी के पास फिलहाल 252 खुद के विधायक हैं. सुभासपा के 6 विधायक भी बीजेपी के साथ हैं. अपना दल के पास भी 13 विधायक हैं और निषाद पार्टी के पास भी छह विधायक हैं जो बीजेपी के समर्थन में हैं.
वहीं आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी भी अपने 9 विधायकों के साथ बीजेपी में जाने का ऐलान कर चुके हैं. बीएसपी के पास भी यूपी विधानसभा में एक विधायक है. बुधवार को उत्तर प्रदेश कोटे के दस राज्यसभा सीटों पर नामांकन हुआ. सवाल ये है कि क्या मायावती भी बीजेपी को समर्छन देंगी, या जैसा कि वो पहले कह चुकी है अकेले चुनाव लड़ेंगी.
बीजेपी ने आठवें प्रत्याशी के रूप में पूर्व राज्यसभा सदस्य संजय सेठ को मैदान में उतार दिया है. नामांकन के आखिरी दिन उन्होंने अपना पर्चा भर दिया है. अब 27 फरवरी को राज्यसभा के चुनाव में वोटिंग होगी. संजय सेठ के नामांकन करने के बाद दसवीं सीट पर लड़ाई कठिन हो जाएगी. आँकड़ों के हिसाब से अभी बीजेपी के सात प्रत्याशियों का जीतना तय है तो वहीं सपा के दो प्रत्याशियों का जीतना तय है. तीसरे प्रत्याशी और भाजपा के आठवें प्रत्याशी के बीच लड़ाई दिलचस्प होगी.
संजय सेठ के आने से दिलचस्प हुई लड़ाई
संजय सेठ 2016 से लेकर 2022 तक राज्यसभा के सदस्य रहे हैं, हालांकि 2022 में उनका कार्यकाल खत्म होने के बाद संजय सेठ को भाजपा ने दोबारा नहीं भेजा था. लेकिन, अब जानकारी के मुताबिक संजय सेठ ने भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को इस बात का आश्वासन दिया है कि भाजपा अगर उन्हें अपने आठवें प्रत्याशी के रूप में उतारती है तो वह अपने जीत के लिए वोटो का जुगाड़ करेंगे.
अभी तक जारी की गई सूची में भारतीय जनता पार्टी ने जिन 7 लोगों को प्रत्याशी बनाया है उसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह, भारतीय जनता पार्टी के महासचिव अमरपाल मौर्य, पूर्व राज्य मंत्री संगीता बलवंत, पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व विधायक साधना सिंह और आगरा के पूर्व मेयर नवीन जैन को बनाया गया है. जबकि सपा की ओर से रामजीलाल सुमन, रिटायर्ड आईएएस आलोक रंजन और जया बच्चन प्रत्याशी है. संजय सेठ के मैदान में आने से चुनाव दिलचस्प हो गया है.
भाजपा को मिलेगा मायावती का साथ?
बसपा सुप्रीमो मायावती को लेकर कयास लगाया जा रहा है कि वो भाजपा के साथ जा सकती हैं, लेकिन मायावती पहले ही अपने चुनाव को लेकर एलान कर चुकी हैं कि वो अकेले लड़ेगी, लेकिन अभी भी भाजपा में जाने का कयास लगाया जा रहै… वहीं बीजेपी के आठवां उम्मीदवार सपा का टेंशन बढ़ा सकती है. जानकारी के मुताबिक संजय सेठ सपा के भी करीबी रह चुके हैं.
यूपी विधानसभा में विधायकों की संख्या-
BJP- 252
SP- 108
AD (S)- 13
RLD- 9
Nishad Party- 6
SBSP- 6
Cong- 2
JS- 2
BSP- 1
Vacant- 4
NDA- 279 (RLD- 9 = 288)
SP+Cong- 110
BSP- 1