न्यूज डेस्क
उन्नाव रेप मामले में आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को काफी फजीहत के बाद बीजेपी ने भले ही अपनी पार्टी से निकाल दिया हो लेकिन बीजेपी विधायकों का प्रेम अभी कम नहीं हुआ है।
हरदोई से बीजेपी विधायक आशीष सिंह ने सार्वजनिक मंच से कहा कि उनके भाई कुलदीप सिंह सेंगर मुश्किल वक्त से गुजर रहे हैं। उनकी शुभकामनाएं कुलदीप सेंगर के साथ हैं और उम्मीद करते हैं कि जल्द ही वो इस मुश्किल वक्त से पार पा लेंगे।
हरदोई विधायक आशीष सिंह आशु शुक्रवार को एक कार्यक्रम में यह बातें कही। जाहिर है सेंगर को भारतीय जनता पार्टी इतने दिनों तक आरोप के बावजूद पार्टी में बनाए रखी तो उसके रसूख की वजह से ही। भाजपा ने अपनी छवि बचाने के लिए ही सेंगर को पार्टी से निलंबित किया।
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गौरतलब है कि 28 जुलाई को उन्नाव रेप पीड़िता कार में ट्रक ने टक्कर मार दी गई थी। इस टक्कर में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई थी। वहीं, पीड़िता और उनका वकील बुरी तरह घायल हो गए थे। पीड़िता लखनऊ मेडिकल कॉलेज में जिंदगी और मौत से लड़ रही है।
वहीं सीबीआई ने इस सड़क दुर्घटना मामले में सेंगर और 9 अन्य के खिलाफ हत्या के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है।
हर दिन हो रहा है नया खुलासा
पीड़िता के साथ हुए एक्सीडेंट का सीबीआई रिक्रिएशन करवा रही है। इसी बीच एक नया खुलासा हुआ है। इस घटना के बाद ट्रक मालिक ने कहा था कि ट्रक की ईएमआई जमा नहीं की गई थी इसलिए रिकवरी एजेंट से बचने के लिए नंबर प्लेट को काले रंग से पोत दिया गया था, लेकिन इस दावे को फाइनेंस करने वाली कंपनी ने खारिज कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी के एजेंट ने कहा, ‘किसी के ऊपर भी समय से ईएमआई जमा करने का दबाव नहीं है। ट्रक ने मालिक एक बार जमा नहीं किया था लेकिन बाद में उसने दे दिया था। हमारे ओर से कोई दबाव नहीं है’।
एजेंट ने बताया, उन्होंने (ट्रक मालिक) ने इससे पहले यहीं से कार भी फाइनेंस करवाई है। उसको भी एनओसी मिली है। इस समय हम दो मोटरसाइकिलों का भी फाइनेंस कर रहे है।’
अब सवाल उठ रहा है कि नंबरप्लेट पुते इस ट्रक को पुलिस ने क्यों नहीं रोका। फिलहाल इस घटना की जांच सीबीआई कर रही है। वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पीड़िता के चाचा को दिल्ली के तिहाड़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया है।