जुबिली न्यूज़ डेस्क
राजधानी दिल्ली में पिछले साल हुई सीएए और एनआरसी हिंसा का आज एक साल हो गया। इस हिंसा में कई लोग मारे गये थे जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने हिंसा में शामिल लोगों पर कारवाई की। इस हिंसा को एक साल पूरा होना पर बीजेपी नेता ने बड़ा बयान दिया है। यहां बता दें पिछले साल हुई हिंसा में भड़काऊ भाषण देने का आरोप बीजेपी नेता पर लगा था।
दरअसल बीते दिन दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशनल क्लब में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में भाग लेने बीजेपी नेता कपिल मिश्रा भी पहुंचे थे। यहां कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह फिर से वही करेंगे, जो पिछले साल 23 फरवरी को किया था। दिल्ली हिंसा का एक साल हो गया है, इसलिए यह बात दोबरा बोलना चाहता हूं। पिछले साल 23 फरवरी को जो किया था, अगर जरूरत पड़ी तो दोबारा भी करूंगा।
बीजेपी नेता ने कहा कि जिहादी ताकतों ने दिल्ली हिंसा को अंजाम दिया था। अब इस घटना का एक साल हो गया है। कुछ उसी तरह का पैटर्न आज भी देखा जा रहा है।गणतंत्र दिवस पर क्या हुआ था? तथाकथित फ्रिंज एलिमेंट देश के भीतर और बाहर शांति को भंग करने की कोशिश कर रहे हैं।
वो यहां एक किताब के विमोचन के मौके पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि पुस्तक में दंगों के साजिशकर्ताओं पर बहुत कुछ है। इसलिए आपको मेरे बारे में इसमें ज्यादा कुछ नहीं मिलेगा। पुस्तक को सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ वकील मोनिका अरोड़ा, मिरांडा हाउस की असिस्टेंट प्रोफेसर सोनाली चीतलकर और प्रेरणा मल्होत्रा ने लिखा है।
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गौरतलब है कि पिछले साल कपिल मिश्रा ने पूर्वोत्तर दिल्ली में सीएए के समर्थन में एक रैली का नेतृत्व किया था। साथ ही पुलिस को चेतावनी दी थी कि वे इस क्षेत्र से सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को हटा दें। इसके अलावा उन्होंने इसी दौरान भड़काऊ भाषण दिया था। इसके बाद हिंसा और बढ़ गई थी और नतीजा ये हुआ कि दूसरे दिन दिल्ली में दंगे भड़क गये। इन दंगों में 53 लोगों की जान चली गई।