जुबिली न्यूज डेस्क
कुछ महीने पहले जब बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत हुई थी तो पूरे देश में नेपोटिज्म पर बहस छिड़ गई थी। हालांकि केंद्र में तो बॉलीवुड था पर सभी अपने-अपने क्षेत्र को लेकर अपनी बात रख रहे थे।
उस समय राजनीति से लेकर फिल्म इंडस्ट्री, बिजनेस तक में ‘नेपोटिज्म’ होने की बात कही गई थी। राजनीति में तो कांग्रेस को बीजेपी इसी को लेकर कई दशक से घेर रही है। आज भी बीजेपी वंशवाद और परिवारवाद के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरती रहती है।
लेकिन अब ‘नेपोटिज्म’ का सवाल उठाने वाली बीजेपी पर भी इसको लेकर सवाल उठने लगा है। हां यह सवाल राजनीतिक दल नहीं बल्कि आम लोग उठा रहे हैं।
पूर्व वित्त मंत्री स्व. अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली को दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) का निर्विरोध रूप से अध्यक्ष चुना गया है। जेटली इस पद के लिए एकमात्र उम्मीदवार थे।
एक अन्य उम्मीदवार सुनील कुमार गोयल ने अपना नामांकन दाखिल करने के बाद वापस ले लिया था। रोहन के डीडीसीए चीफ बनने की आधिकारिक घोषणा नौ नवंबर को की जाएगी।
इससे पहले इस पद पर अरुण जेटली 14 सालों तक रहे थे।
सोशल मीडिया पर रोहन जेटली को डीडीसीए का अध्यक्ष बनाए जाने पर यूजर्स जमकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। लोगों ने गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह के साथ जेटली के बेटे के तस्वीर शेयर कर तंज कसा है कि बीजेपी में ‘भाई-भतीजावाद’ नहीं है।
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अमित शाह के बेटे जय शाह बीसीसीआई के सचिव हैं। ट्विटर यूजर बाबा जेसीबी @indian_armada दोनों की तस्वीर शेयर कर लिखते हैं, ‘भाजपा में नेपोटिज्म नहीं है।’
वहीं इसके जवाब में एक यूजर लिखते हैं कि दोनों ने ड्रीम 11 में शतक जमाए हैं। निर्मला ताई @CrypticMiind नाम से एक यूजर लिखती हैं, ‘अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली को दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष चुना गया है। बस ऐसे ही बताया है। आइए अब बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद से लड़ते हैं।’
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एक यूजर अक्षय @akshaypatrikar लिखते हैं, ‘अब लोग कहेंगे कि कांग्रेस के जमाने में भी तो ऐसा होता था।’
इस मामले में सपा प्रवक्ता अनिल यादव @anil1004 की भी प्रतिक्रिया आई है। यादव लिखते हैं, ‘स्व. जेटली जी के पुत्र को DDCA का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। जय शाह के बाद ये भाजपा की परिवारवाद पर दूसरी मजबूत चोट है। बजाओ ताली।’
यूजर मुकेश मित्तल @hallagullabo4 लिखते हैं, ‘रोहन जेटली DDCA के अध्यक्ष। जय शाह BCCI के सेक्रेटरी। मोदी जी से ज़्यादा कौन बेवकूफ बना सकता है देश को?’
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समीर मिश्रा @samir_kmishra एक कमेंट के जवाब में लिखते हैं, ‘फिर से निर्वाचित और चयनित के बीच अंतर जानने की जरूरत है।’
एक यूजर @GujjuMafia लिखते हैं, ‘जेटली के पुत्र और जय शाह भारतीय क्रिकेट टीम के लिए ओपनिंग करते थे। दोनों ने महान पार्टरशिप की थी।’