जुबिली न्यूज डेस्क
राजस्थान में जारी सियासी उठापटक थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजस्थान में कांग्रेस द्वारा बीजेपी नेताओं के खिलाफ केस दर्ज कराने के बाद अब बीजेपी ने रणदीप सुरजेवाला समेत अन्य कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
बीजेपी नेता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली चुनी हुई सरकार को गिराने की साजिश से संबंधित एक कथित ऑडियो क्लिप के साथ केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम जोड़ने पर रणदीप सुरजेवाला और गोविंद सिंह डोटासरा सहित कांग्रेस नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
वहीं, सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने शुक्रवार को एसओजी (SOG) में एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) में भी एफआईआर दर्ज करा दी है। इस बारे में एसओजी के डीजी आलोक त्रिपाठी की ओर कहा गया है कि ब्यूरों में जो एफआईआर दर्ज की गई है वो भ्रष्टाचार को लेकर हुई है। हॉर्स ट्रेडिंग मामले दोनों जांच एजेंसियों में पहले से ही जांच कर रही है और अब सरकार ऑडियो क्लिप्स मामले में भी कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी में है।
दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस पूरे प्रकरण पर कहा कि कांग्रेस की सरकार सियासी ड्रामा कर रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में तथाकथित बनाम प्रत्यक्ष का मामला है। हाईकमान से लड़ाई हाईकोर्ट तक पहुंची है। कांग्रेस के घर की लड़ाई सड़क पर पहुंच गई है।
पात्रा ने कहा, अशोक गहलोत के मुख्यमंत्री बनने के बाद शीतयुद्ध की स्थिति बनी रही। राजस्थान में इमरजेंसी के हालात हैं। उन्होंने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की।
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संबित पात्रा ने कहा, राजस्थान में कांग्रेस का राजनीतिक ड्रामा हम देख रहे हैं। ये षड्यंत्र, झूठ फरेब और कानून को ताक पर रखकर कैसे काम किया जाता है, उसका मिश्रण है। वहां जो राजनीतिक नाटक खेला जा रहा है, वो यही मिश्रण है।
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, राजस्थान की सरकार 2018 में बनी, अशोक गहलोत जी मुख्यमंत्री बने, उसके बाद एक कोल्ड वॉर की स्थिति कांग्रेस पार्टी की सरकार में बनी रही। कल अशोक गहलोत जी ने स्वयं मीडिया के सामने आकर कहा है कि 18 महीने से मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के बीच में वार्तालाप नहीं हो रही थी।
पात्रा ने पूछा, क्या फोन टैपिंग की गई, राजस्थान सरकार को इसका जवाब देना चाहिए. जब फोन टैपिंग हुई है तो क्या यह संवेदनशील और कानूनी मामला नहीं बनता।
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बीजेपी प्रवक्ता ने पूछा कि क्या आप उनके फोन टैप कर रहे हैं जो किसी दूसरी पार्टी के सदस्य हैं। क्या राजस्थान में यह इमरजेंसी जैसी हालत नहीं है? पात्रा ने पूछा कि क्या एसओपी इस काम में है। इसी के साथ संबित पात्रा ने कहा कि बीजेपी इस पूरे प्रकरण का CBI द्वारा जांच की मांग करती है।
संबित पात्रा के राजस्थान सीएम अशोक गहलोत से सवाल
- क्या राजस्थान में सरकार ने फोन टेपिंग करवाई?
- अगर फोन टेपिंग हुई तो क्या उसके लिए सरकार ने नियम पालन किए।
- क्या गैर संवैधानिक तरीका से राजस्थान में सरकार को बचाने की कोशिश की गई है?
- क्या राजस्थान में सभी राजनेताओं के, चाहे वह किसी भी पार्टी से हो, सभी का फोन टेप हो रहा है?
- क्या राजस्थान में राज्य सरकार ने अप्रत्यक्ष आपातकाल लगा दिया है?
संबित पात्रा की तरफ से उन ऑडियो रेकॉर्डिंग्स का जिक्र किया गया, जिससे सीएम गहलोत ने बागी विधायकों पर निशाना साधा और ऐक्शन भी लिया। सीएम गहलोत ने कहा था कि उसमें विधायक खरीद-फिरोख्त और सरकार गिराने की बात कर रहे थे। जहां बागी विधायक और बीजेपी उन रेकॉर्डिंग को फर्जी बता रही है वहीं सीएम गहलोत ने उनके 100 प्रतिशत सच्ची होने की बात कही है।
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बता दें कि राजस्थान सरकार के ओएसडी लोकेश शर्मा ने एक ऑडिया जारी किया था और दावा किया कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह जयपुर के संजय जैन के जरिए विधायक भंवरलाल शर्मा के संपर्क में हैं। एक प्रेस नोट जारी करके बताया गया है कि भंवरलाल शर्मा ने 30 विधायकों की संख्या पूरी करने का आश्वासन दिया है।
यहां एक नहीं बल्कि तीन ऑडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें पैसे की लेनदेन की बात कही जा रही है। इस ऑडियो में लेन-देन की बात का भी दावा किया गया है। भंवरलाल जब अमाउंट की बात करते हैं तो कहा जाता है कि जो भी आश्वासन दिया गया है, पूरा किया जाएगा और वरिष्ठता का पूरा ध्यान रखा जाएगा। इसके बाद कांग्रेस ने भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया था।