जुबिली न्यूज़ डेस्क
बिहार में विधानसभा स्पीकर के चुनाव को लेकर सियासत जारी है। विधानसभा स्पीकर के चुनाव से ठीक पहले बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पर एक बड़ा आरोप लगाया है। उनके इस आरोप से खलबली मच गयी है।
दरअसल सुशील मोदी ने ये दावा किया है कि लालू यादव ने जेल से ही बीजेपी के एक विधायक विधायक को विधानसभा स्पीकर के चुनाव में गैर हाजिर होने की बात कही है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी की की तरफ से एक ऑडियो जारी किया गया है। इस ऑडियो में ये दावा किया गया है कि लालू यादव ने जेल से भारतीय जनता पार्टी के विधायक ललन पासवान को फोन किया, मंत्री पद का लालच देते हुए उनके साथ आने को कहा। बता दें कि बीजेपी विधायक लल्लन पासवान बिहार की पीरपैंती विधानसभा सीट से विधायक हैं।
जारी किये गये ऑडियो में लालू यादव की ओर से बीजेपी विधायक से कहा जा रहा है कि वो स्पीकर के चुनाव के समय अनुपस्थित हो जायें। जवाब में जब बीजेपी विधायक की और से कहा गया कि वो पार्टी में हैं, ऐसे में दिक्कत होगी। तो लालू यादव की तरफ से कहा जा रहा है कि बोल दो कि कोरोना हो गया है। ऑडियो में लालू यादव विधायक से ये भी कहते नजर आ रहे हैं कि वो उनका साथ दें तो मंत्री बनाएंगे।
इस ऑडियो के सामने आने के बाद बीजेपी के विधायक नीरज सिंह ने ये मांग की है कि लालू यादव को रांची जेल से शिफ्ट करके तिहाड़ जेल भेज देना चाहिए। हालांकि, राजद की ओर से कहा गया है कि सुशील मोदी का आरोप बेबुनियाद है और काफी लोग लालू यादव की आवाज निकाल सकते हैं।
लालू यादव ने दिखाई अपनी असलियत
लालू प्रसाद यादव द्वारा NDA के विधायक को बिहार विधान सभा अध्यक्ष के लिए होने वाले चुनाव में महागठबंधन के पक्ष में मतदान करने हेतु प्रलोभन देते हुए। pic.twitter.com/LS9968q7pl
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) November 25, 2020
गौरतलब है कि इससे पहले मंगलवार को सुशील मोदी ने एक ट्वीट किया था। इस ट्वीट में उन्होंने एक नंबर जारी करते हुए कहा था कि लालू यादव जेल से बीजेपी विधायकों को फोन कर रहे हैं। उन्होंने ये भी दावा किया कि जब वापस उस नंबर पर फोन किया तो लालू यादव ने ही फोन उठाया, जिसके बाद उन्होंने उनसे ऐसा ना करने को कहा।
बता दें कि बिहार में इस बार विधानसभा स्पीपर पद के लिए चुनाव होना है। एनडीए के लिए बीजेपी की ओर से विजय सिन्हा और विपक्ष की ओर से राजद के अवध बिहारी चौधरी मैदान में हैं। बिहार में ऐसा करीब 5 दशक के बाद हो रहा है, जब स्पीकर पद के लिए चुनाव हो रहा हो।