रेशमा खान
पटना। बिहार में महागठबंधन को लेकर लगातार रार देखने को मिल रही है। शुक्रवार को सीटों के ऐलान के बाद से ही बिहार के महागठबंधन में घमासान मचा हुआ है। कई ऐसे नेता हैं जिनके बारे में चर्चा है की वो अपनी ही पार्टी के खिलाफ बतौर स्वतंत्र उम्मीदवार चुनाव लड़ सकते हैं। इनमें से प्रमुख नाम राजद से वरिष्ठ नेंता मोहम्मद अशरफ अली फातमी का है जिनका टिकट आखरी समय में काट दिया गया और मुकेश साहनी के विकासशील इंसान पार्टी को दे दिया गया। फातमी नें बताया की राजद से उनके संबंध काफी पुराने हैं मगर आखरी समय में टिकट क्यों काट दिया गया ये समझ में अबतक नहीं आया। वो फिलाहाल दरभंगा में कैम्प कर रहे हैं और अपने समर्थकों के सम्पर्क में हैं। जो समर्थकों का फैसला होगा वो ही मेरा फैसला होगा। जल्द ही मैं इसकी घोषणा करुंगा।
फातमी ताकतवर मुस्लिम चेहरा माने जाते हैं
फातमी मिथिलांचल के सबसे ताकतवर मुस्लिम चेहरा माने जाते हैं और 2014 तक वो लगातार चार लोक सभा चुनाव राजद के टिकट पर दरभंगा से जीत भी चुके हैं, हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव में वो बीजेपी के प्रत्याशी कीर्ति आजाद से 34,000 वोटों से हार गए थे। इस बार दरभंगा सीट राजद द्वारा अब्दुल बारी सिद्दीकी को दिए जाने के बाद से मधुबनी से चुनाव लडऩा चाह रहे थे।
लवली भी स्वतंत्र उम्मीदवार चुनाव लड़ सकते हैं
पूर्व वैशाली सांसद लवली आनन्द भी शिवहर से बतौर स्वतंत्र उम्मीदवार चुनाव लडऩे का मन बना रही हैं। अभी हाल ही में उन्होने कांग्रेस का दामन थामा था और उम्मीद कर रही थीं की पार्टी उनकों टिकट देगी। उनके बाहुबली पति आनन्द मोहन फिलाल गोपालगंज जिलाधिकारी जी कृष्णिया के हत्या के मामले में जेल में बंद हैं। विश्लेषकों का मानना है उनके नाराज होने की वजह से अच्छा खासा राजपूत वोट फिसल सकता है। जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोंर्चा से भी टिकट बटवारे के बाद से ही विद्रोह की खबरें आ रही हैं। पार्टी के उपाध्यक्ष महाचन्द्र्र प्रसाद सिंह नें महाराजगंज से टिकट ना मिलनें की वजह से पार्टी के पोस्ट से इस्तीफा दे दिया है। उन्होने कहा कि बगैंर पार्टी से पूछे ही मेरा नाम लिस्ट से बाहर कर दिया गया जिससे मैं दुखी हूं। मैने अपने पोस्ट से इस्तिफा दे दिया है मगर फिलहाल पार्टी में ही रहूंगा।
महागठबंधन में सीट बटवारे पर एक नजर
महागठबंधन में सीट बटवारे के तहत राजद 20 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस को 9, उपन्द्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा को 5, हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा 3 और मुकेश साहनी के विकासशिल ईंसान पार्टी को 3 सीटें दी गई हैं।