जुबिली न्यूज डेस्क
केंद्रीय गृहमंत्री व बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने बिहार का उदाहरण देकर महाराष्ट्र में शिवसेना की उद्धव ठाकरे सरकार पर हमला किया। अमित शाह ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार का चेहरा आगे किया था।
चुनाव में अधिक सीटें आने के बावजूद बीजेपी ने वादा निभाया, क्योंकि वह वादे की पक्की पार्टी है। वहीं, शिवसेना ने महाराष्ट्र में जनादेश का अपमान किया। अमित शाह के इस बयान से बिहार में सियासत गरमा गई है।
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के कंकावली में मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन समारोह में अमित शाह ने महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार को जनादेश के साथ धोखा करार दिया। कहा कि जनता का फैसला देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली बीजेपी-शिवसेना गठबंधन सरकार के लिए था।
2019 के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद साझा करने को लेकर कोई वादा नहीं किया था। अमित शाह ने कहा कि वे बंद कमरों में वादे नहीं करते, खुले में बातें करते हैं। बीजेपी अपने वादों को निभाती है।
Some people here say we made promises in a closed room, it's not true. Let's assume promise was made. Uddhav ji, all your candidates campaigned with 2.5 times bigger image of Modi ji on banners & you asked for votes in his name: Home Minister Amit Shah in Sindhudurg #Maharashtra pic.twitter.com/K5bQSm56kA
— ANI (@ANI) February 7, 2021
अमित शाह ने कहा कि बिहार में बीजेपी ने चुनाव के पहले ही कहा था कि नीतीश कुमार एनडीए की सरकार के मुख्यमंत्री बनेंगे। चुनाव में बीजेपी को जनता दल यूनाइटेड से अधिक सीटें मिलीं, लेकिन हमने अपने वादे काे निभाया।
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अमित शाह के बयान से बिहार में सियासत गरमा गई है। बीजेपी व जेडीयू ने शाह का समर्थन किया है तो राष्ट्रीय जनता दल एवं कांग्रेस ने तंज कसे हैं। जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन के अनुसार अमित शाह ने सही कहा है। नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला चुनाव के पहले ही हो चुका था। नीतीश कुमार बिहार में एनडीए के नेता हैं।
बीजेपी ने चुनाव पूर्व किया अपना वादा पूरा किया। बीजेपी के प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने भी कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना तो बीजेपी को किए वायदे से मुकर गई, लेकिन बीजेपी ने बिहार में किया वायदा निभाया। सत्ताधारी दलों से अलग विपक्षी महागठबंधन के नेताओं ने अमित शाह के बयान को प्रेशर पॉलिटिक्स माना है।
आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि अमित शाह ने नीतीश कुमार पर दबाव बनाने के लिए यह बयान दिया है। उधर, कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि अमित शाह जो भी कहें, बीजेपी वायदे भूलने में माहिर रही है।