न्यूज डेस्क
बिहार के मुजफ्फरपुर में सात दिसंबर को जलाई गई छात्रा की सोमवार देर रात मौत हो गई। जिन्दगी और मौत के बीच जूझ रही एक और निर्भया ने दम तोड़ दिया। सात दिसंबर को मुजफ्फरपुर के अहियापुर में छात्रा को दरिंदों ने केरोसिन डाल कर जिंदा जला दिया था।
छात्रा बुरी तरह से झुलश गयी थी जिसे पहले मुजफ्फरपुर के एक हॉस्पिटल में भारती कराया गया था लेकिन हालत गंभीर बने होने के चलते उसे पटना के अपोलो हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया था।
90 फीसदी जली थी पीड़िता
पीड़िता करीब 90 प्रतिशत तक जल चुकी थी। ऐसे में उसकी स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई थी। पीड़िता के पटना आने के बाद पुलिस ने उससे मुलाकात कर बयान दर्ज किया था। पीड़िता ने मरने से पहले पुलिस को यह बयान दिया था कि आरोपी राजा राम राय और उसके साथी ने ही उसे जलाया है। इस मामले में एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था और एक ने कोर्ट में सरेंडर किया।
सीएम से मिलने की मांग पर अड़े परिजन
मृत लड़की के परिजनों ने सीएम नीतीश कुमार से आने की मांग की है। परिजनों का कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री नहीं आएंगे, मृतका का अंतिम संस्कार नहीं होगा।
वहीं, इस घटना पर पुलिस का कहना है कि, गांव के ही एक युवक ने अपने पड़ोस में रहने वाली एक युवती के घर के अंदर घुसा और उसने युवती के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। जब युवती ने इसका विरोध किया तो आरोपी ने युवती के शरीर पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी।
तीन साल से कर रहा था परेशान
पीड़िता की मां का आरोप है कि आरोपी शख्स पिछले तीन साल से उनकी बेटी को परेशान करता था। इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को भी दी थी। इस मामले में स्थानीय अहियापुर थाने में कई बार न्याय की गुहार लगाई। लेकिन पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की।
परिजनों ने पूरे मामले में पुलिस को दोषी करार देते हुए कहा कि अगर पुलिस मामले में त्वरित कार्रवाई करती तो इस घटना को रोका जा सकता था। पीड़िता की मां के बयान पर मामला दर्ज कर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।