जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। बिहार के गोपालगंज और पश्चिमी चंपारण में पिछले दो दिन में जहरीली शराब का कहर देखने को मिला है। आलम तो यह है कि पिछले 15 दिन में 40 लोगों की जिंदगी खत्म हो गई है।
जहां एक ओर नीतीश सरकार शराब पर नकेल कसने की बात करते हैं वहां पर इस तरह की घटना पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। बिहार में भले ही शराबबंदी लागू हो लेकिन अब भी वहां पर शराब के कारोबारियों का धंधा अच्छा चल रहा है।
इतना ही नहीं प्रशासन जहरीली शराब के कारोबारियों पर रोक नहीं लगा सका है। हालांकि अब नीतीश सरकार इस पर सख्त कदम उठाती नजर आ रही है और इसपर एक्शन भी ले रही है।
उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई करने का आदेश दिया है। इसके बाद 50 जगहों पर ताबड़तोड़ छापा मारा गया है और 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
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गोपालगंज के जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि 11 लोगों की मौत हुई है। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया है कि अभी तक जांच से पता चला है कि स्प्रिट से शराब बनाने का प्रयास किया गया।
FSL रिपोर्ट आने के बाद हम पुख्ता बता सकते हैं, लोगों के बयान के आधार पर मौतें जहरीली शराब से हुई हैं, इसकी आधिकारिक तौर पर अभी पुष्टि नहीं की जा सकती है।
बता दें कि दीपावली पर जहरीली शराब ने कहर दिखाया था और इसको पीने से आठ जिंदगी खत्म हो गई थी। जानकारी के मुताबिक दीपावली के एक दिन पूर्व जहरीली शराब ने कहर ही बरपाया और गोपालगंज में आठ लोगों की मौत के बाद दीपावली के दिन बेतिया में आठ लोगों की मौत हो गई थी जबकि कई लोग बीमार हो गए है। आनन-फानन में इनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है