जुबिली न्यूज़ डेस्क
बिहार चुनाव के परिणाम सामने आने के बाद महागठबंधन को हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद अब चुनाव में हार की मंथन का दौर चल रहा है। गुरूवार को पटना में तेजस्वी यादव के निवास पर महागठबंधन के नेताओं का जमावड़ा लगा। इस बीच सभी दलों के नेता इस बैठक में मौजूद थे। इसके बाद सभी दलों ने तेजस्वी यादव को गठबंधन का नेता चुन लिया गया।
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद तेजस्वी ने सभी नेताओं को संबोधित भी किया। इस दौरान तेजस्वी ने कहा कि जनता का फैसला महागठबंधन के पक्ष में है, हम चुनाव हारे नहीं बल्कि जीते हैं। चुनाव आयोग का नतीजा एनडीए के पक्ष में गया है।
पिछली बार भी यानी 2015के चुनाव में भी हमारे पक्ष में फैसला आया था, लेकिन बीजेपी चोर दरवाजे से सरकार में आ गई थी। हमने चुनाव में गरीबी, मजदूर, शिक्षा, विकास का मसला उठाया।
तेजस्वी ने कहा कि देश का युवा, किसान, मजदूरों में आक्रोश है। चुनाव में पीएम मोदी, बिहार के सीएम और कई लोग मिलकर 31 साल के युवा को रोकने में नाकाम रहे। साथ ही ये लोग राजद को सबसे बड़ी पार्टी बनने से भी नहीं रोक पाए।
नीतीश कुमार तीसरे नंबर पर आ गए हैं, बिहार के लोगों ने जो जनादेश दिया वो बदलाव का है। सरकार महागठबंधन की ही बनेगी, सभी विधायकों को पूरे महीने पटना में रहने को कहा गया है।
निकालेंगे धन्यवाद यात्रा
यही नहीं तेजस्वी ने ये भी ऐलान किया कि उनकी ओर से धन्यवाद यात्रा निकाली जाएगी। हम कहना चाहते हैं कि सरकार वालों के लिए चार दिन की चांदनी है। अगर जनवरी तक 19 लाख रोजगार और अन्य समस्याओं को नहीं सुलझाया गया तो महागठबंधन आंदोलन करेगा। हम रोने वाले लोग नहीं हैं, हम संघर्ष करने वाले लोग हैं।
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इसके बाद तेजस्वी ने कहा कि चुनाव नतीजों से ठीक पहले आरा में रात के अंधेरे में गाड़ी में पोस्टल बैलेट ले जाए गए। चुनाव आयोग के नियम के अनुसार, पोस्टल बैलेट की गिनती पहले होनी चाहिए लेकिन इस बार पोस्टल बैलेट की गिनती बाद में की गयी। इसके बाद उन्होंने दावा किया है कि सरकार महागठबंधन की ही बनेगी, सभी विधायकों को पूरे महीने पटना में रहने को भी कहा गया है।