जुबिली बिहार स्पेशल डेस्क
पटना। बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है। हालांकि चुनाव में अभी वक्त लेकिन उससे पहले नीतीश कुमार बिहार पुलिस को और मजबूत करने में जुट गए है।
राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष अक्सर सवाल उठाता रहता है। इस बीच नीतीश कुमार शुक्रवार की देर शाम एक ऐसा चौंकाने वाला फैसला लिया है, जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी।
दरअसल एक अप्रत्याशित फैसला के तहत केवल तीन महीने पहले ही बिहार के डीजीपी बने आलोक राज को उनके पद से हटाने का फैसला किया है। अब आलोक राज की जगह बिहार पुलिस की कमान सीनियर आईपीएस अफसर विनय कुमार को सौंप दी गई है।
राज्य सरकार के द्वारा किए गए इस अचानक और अहम बदलाव को लेकर अधिसूचना भी देर शाम जारी कर दी गई है।
बात यहीं पर खत्म नहीं हुई है बल्कि पुलिसिया तंत्र को और मजबूत करने के लिए राज्य सरकार ने एक और अहम बदलाव करते हुए सीनियर आईपीएस जितेंद्र सिंह गंगवार को को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो का महानिदेशक के तौर पर नई जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इनके पास महानिदेशक सह आयुक्त, नागरिक सुरक्षा का अतिरिक्त प्रभार भी रहेगा। बिहार के सीएम नीतीश कुमार बिहार पुलिस में लगातार बदलाव कर रहे है।
केवल 3 महीने में ही डीजीपी के पद से क्यों पत्ता काटा गया, ये समझ से परे जरूर है।
इसके साथ ही आलोक राज बिहार के संभवत पहले ऐसे पुलिस महानिदेशक बने हैं जिनकी पारी सिर्फ 3 महीने में डीजीपी के तौर पर खत्म हो गई।
गौरतलब हो कि राज्य सरकार ने केवल तीन माह पहले ही 1989 बैच के सीनियर आईपीएस आलोक राज को बिहार का पुलिस महानिदेशक बनाया था।
1991 बैच के आईपीएस विनय कुमार को बिहार का नया डीजीपी नियुक्त किया गया और वो शनिवार को डीजीपी के तौर पर नई जिम्मेदारी संभालते हुए नजर आयेगे। अब देखना होगा विनय कुमार क्या करते है?