जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। कोरोना काल में रणजी का पिछला सत्र नहीं हो सका था लेकिन इस बार बीसीसीआई रणजी ट्रॉफी को करा रहा है। देश के कई हिस्सों में रणजी ट्रॉफी के मुकाबले शुरू हो गए है।
रणजी ट्रॉफी की अहमियत का अंदाजा केवल इस बात से लगाया जा सकता है कि इस बार पुजारा और रहाणे जैसे अनुभवी क्रिकेटरों को भी अपनी फॉर्म पाने के लिए इसका सहारा लेना पड़ रहा है। रणजी ट्रॉॅफी के पहले दौर के मुकाबले में कई बल्लेबाजों ने जोरदार प्रदर्शन किया है। उनमें सरफराज खान ने दोहरा शतक जड़ा जबकि रहाणे ने भी शतक जड़ा है।
दूसरी ओर हाल में अंडर-19 विश्व कप में भारत को कप दिलाने वाले कप्तान यश धुल का ‘डबल’ धमाल मचाया है। यश धुल ने दोनों पारियों में शतक जडक़र अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया है लेकिन इसके बीच एक खिलाड़ी ऐसा भी जिसने अपने फस्ट क्लास के डेब्यू मैच में ट्रिपल सेंचुरी लगाकर सबको हतप्रभ कर दिया है।
अब तक बिहार क्रिकेट रणजी के फलक पर फिसड्डी रहा हो लेकिन बिहार के लाल साकिबुल ने अपने डेब्यू मैच का कमाल का प्रदर्शन करते हुए ट्रिपल सेंचुरी लगाकर एक बार फिर बिहार क्रिकेट को एक बार फिर नई राह दिखा डाली है।
इसके साथ वो विश्व क्रिकेट पहले खिलाड़ी बन गए है जिन्होंने इस तरह की पारी खेली है। उनकी इस पारी के बाद सोशल मीडिया पर हर कोई बिहार के इस लाल के बारे में जानना चाहता है।
https://twitter.com/BCCIdomestic/status/1494662263344893957?s=20&t=TZ_JlRwEJEFzW3mRqWqUuQ
कोलकाता में मिजोरम के खिलाफ खेले जा रहे मुकाबले में बिहार के सकीबुल गनी ने 405 गेंदों में 341 रनों की ऐतिहासिक पारी खेलते हुए 56 चौके और दो जोरदार छक्के भी लगाये हैं। बात अगर इस मुकाबले की जाये तो सकीबुल गनी के अलावा बब्लू कुमार ने दोहरा शतक जड़ा है लेकिन चर्चा सकीबुल गनी के 341 रनों की खूब हो रही है। बिहार के युवा क्रिकेटर सकीबुल को सचिन ने बधाई देते हुए लिखा-‘कीप इट अप’।
बिहार में क्रिकेट को पटरी पर लाने में जुटे आदित्य वर्मा ने फोन पर जुबिली पोस्ट से बातचीत करते हुए सकीबुल की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार क्रिकेट का धमाका जिसकी बल्ले की गुंज से पूरे विश्व क्रिकेट में खलबली मचा डाली है। उन्होंने बताया कि उनके इस प्रदर्शन से बिहार क्रिकेट को आगे बढऩे में काफी मदद मिलेगी। मोतिहारी जिला चंमपारण के रहने वाले शकीबुल गनी ने अपने पहले मैच मे 341 रन बनाकर बिहार क्रिकेट को एक बार फिर नई ऊंचाई दे सकता है।
सकीबुल गनी पारी के बहाने आदित्य वर्मा ने BCCI को दिखाया आइना
उन्होंने बताया कि मैं बिहार क्रिकेट के खिलाडिय़ों के हित के लिए एक जुनून के साथ 18 सालो तक सुप्रीम कोर्ट मे लड़ाई लड़ के बिहार क्रिकेट के साथ साथ 10 नए राज्यो को प्रथम दर्जे का क्रिकेट बहाल कराया।
आज सकीबुल गनी के खेल ने बीसीसीआई को सोचने पर मजबूर कर दिया होगा कि क्यों एक सोची समझी राजनिती के तहत बिहार क्रिकेट संघ का नाम बदल कर जेएससीए बना दिया गया था। एक पूर्ण मान्यता प्राप्त राज्य क्रिकेट संघ को वगैर किसी नियम के तहत बीसीए को जेएससीए बना कर पूरे 18 सालो मे बिहार के कितने ही होनहार शकीबुल गनी को अंधे कुंअे मे फेंक दिया था।
भला हो देश के सुप्रीम कोर्ट के विदूान मुख्य न्यायधीश का जो 4 जनवरी 18 को बिहार क्रिकेट का मान्यता बहाल कर दिया जो राज्य विभाजन के बाद बीसीए से जेएससीए बना दिया गया था। जैसा जानकारी है कि बिहार क्रिकेट का लाल शकीबुल गनी ने अपने महान पारी को बीसीसीआई के युवा सचिव जय शाह को समर्पित कर दिया है ।
यह एक अद्भुत घटना है कि बीसीसीआई के गलत फैसला ने बिहार क्रिकेट को 18 सालो तक वनवास भेज दिया था जब सुप्रीम कोर्ट ने मान्यता बहाल कर दिया तो पहले साल ही बिहार के आशुतोष अमन ने मात्र 6 मैचो मे 62 विकेट ले कर विशन सिंह बेदी के रिकार्ड को तोड़ दिया था । कल शकिबुल गनी ने 341 रन पहले ही रंजी मैच मे बना के पुरे विश्व क्रिकेट मे बिहार क्रिकेट का डंका बजा दिया है ।
फर्स्ट क्लास डेब्यू पर सबसे ज्यादा रन
- 341 सकिबुल गनी (2022)
- 267* अजय रोहेरा (2018)
- 260 अमोल मुजुमदार (1994)
- 256* बाहिर शाह (2017)
- 240 एरिक मार्क्स(1920)