जुबिली न्यूज़ डेस्क
पिछले साल बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में सीएम नीतीश कुमार ने जनता को फ्री कोरोना वैक्सीन देने का वादा किया था। इस वादे को सीएम नीतीश कुमार अब अमल पर लाने वाले हैं। बिहार सरकार ने फैसला किया है कि राज्य सरकार एक मार्च यानी आज से निजी अस्पतालों में लगने वाली कोविड-19 वैक्सीन का पूरा खर्च उठाएगी। सीएम नीतीश की अध्यक्षता में रविवार को हुई बैठक में यह फैसला किया गया।
सीएम नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर इस बात का ऐलान किया कि कैबिनेट की बैठक में लिए फैसले के आधार पर ही टीकाकरण किया जाएगा। इसमें लोगों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। बता दें कि केंद्र सरकार के अनुसार निजी हॉस्पिटल में वैक्सीनेशन के लिए 250 रुपये शुल्क देने होंगे, लेकिन बिहार में ये भुगतान राज्य सरकार अपने मद से करेगी।
इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि तीसरे चरण में जहां शुरुआत में 50 निजी अस्पतालों का चयन किया गया है। वहीं कुल 1600 टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन लगाने की तैयारी की गई है।
इसकी शुरुआत खुद सीएम नीतीश कुमार अपने जन्मदिन के अवसर पर आईजीआईएमएस में कोरोना का टीका लेकर सोमवार को करेंगे। आज शुरू में राज्य के 700 केंद्रों पर टीकाकरण शुरू होगा इसमें सभी पीएचसी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि इसके बाद 15 मार्च से टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 1000 कर दी जाएगी। साथ ही 16 से 31 मार्च तक 1200 केंद्र पर टीका लगाया जाएग, जबकि 1 से 15 अप्रैल तक 1500 केंद्र और 16 से 30 अप्रैल तक 1600 केंद्रों पर टीकाकरण किया जाएगा।
फ़िलहाल तीसरे फेज के टीकाकरण को लेकर मापदंड तय कर लिये गये हैं। इसमें 60 साल से अधिक के बुजुर्ग और 45 साल से अधिक के बीमार लोगों जैसे हाइपर टेंशन, कैंसर, डायबिटीज, हार्ट की समस्या से जो लोग ग्रसित हैं उन्हें ही टीका दिए जाएंगे। टीका लेने वालों का वेरिफिकेशन भी किया जाएगा।
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यही नहीं टीकाकरण केंद्र पर को-मॉर्बीडिटीज वाले लोगों को एक डॉक्टरी प्रमाण पत्र साथ मे लाना अनिवार्य होगा। इसके लिए सरकार ने 12 तरह के पहचान पत्रों की लिस्ट जारी की है। इसके अलावा आधार कार्ड को भी अनिवार्य रखा गया है।