जुबिली न्यूज डेस्क
बिहार की नीतीश सरकार ने आज जातिगत सर्वे के आंकड़े जारी कर दिए हैं. सर्वे के दौरान धर्म से जुड़े आंकड़े भी जुटाए गए. इसकी भी जानकारी दी गई है.
बिहार में सबसे ज़्यादा आबादी हिंदू धर्म को मानने वालों की है. उनके बाद मुसलमान धर्म को मानने वालों की संख्या है. हालांकि, दोनों धर्मों को मानने वालों की आबादी के बीच बड़ा फ़ासला है. बिहार में हुए जातिगत सर्वे से जानकारी हुई है कि राज्य के करीब 13 करोड़ लोगों में 2146 लोग ऐसे भी हैं, जिनका कोई धर्म नहीं है.
किस धर्म के कितने लोग
हिंदू: 81.99 प्रतिशत
मुसलमान: 17.70 प्रतिशत
ईसाई: 0.057
सिख: 0.0113
बौद्ध: 0.085
जैन: 0.009
बिहार में आज जातिगत सर्वे के आंकड़े जारी कर दिए गए हैं.
इन आंकड़ों के मुताबिक़ राज्य की कुल आबादी 13 करोड़ के करीब है. इनमें सबसे ज़्यादा आबादी अति पिछड़ी जातियों की है.
वहीं सामान्य वर्ग की आबादी 15.52 फ़ीसद है.
देखें बिहार के जातिगत सर्वेक्षण के अनुसार वहां किस जाति की कितनी है आबादी?
समान्य वर्ग की कुल आबादी – 15.52 फ़ीसद
ब्राह्मणः 3.66 फ़ीसद
भूमिहारः 2.86 फ़ीसद
राजपूतः 3.45 फ़ीसद
पिछड़ी आबादीः 27.13 फ़ीसद
यादवः 14 फ़ीसद
कुर्मीः 2.87 फ़ीसद
अत्यंत पिछड़ी आबादीः 36.01 फ़ीसद
अनुसूचित जाति आबादी – 19.65 फ़ीसद
अनुसूचित-जनजाति आबादी – 1.68 फ़ीसद
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लालू यादव की सरकार से मांग
लालू यादव ने नीतीश सरकार से मांग की, ” सरकार को अब सुनिश्चित करना चाहिए कि जिसकी जितनी संख्या, उसकी उतनी हिस्सेदारी हो. हमारा शुरू से मानना रहा है कि राज्य के संसाधनों पर न्यायसंगत अधिकार सभी वर्गों का हो.”
लालू यादव ने कहा,”केंद्र में 2024 में जब हमारी सरकार बनेगी तब पूरे देश में जातिगत जनगणना करवायेंगे और दलित, मुस्लिम, पिछड़ा और अति पिछड़ा विरोधी भाजपा को सत्ता से बेदखल करेंगे.”