जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। बिहार में एक बार फिर सियासी उटापटक देखने को मिल रही है। नीतीश कुमार एक बार फिर अपना मन बदलने के मुड में है और पाला बदलकर बीजेपी के साथ जाने की तैयारी में लगे हुए है।
इतना ही नहीं उनको लेकर बिहार इस वक्त अटकलें काफी तेज है। जहां एक ओर नीतीश कुमार पार्टी के बड़े नेताओं के साथ-साथ अपने विधायकों के साथ मिलकर नई रणनीति बनाने में जुट गए है तो दूसरी तरफ लालू के लाल तेजस्वी यादव अपने विधायकों के साथ मिलकर नये समीकरण को तलाश रहे हैं।
उधर जानकारी मिल रही है कि नीतीश कुमार बीजेपी के साथ जा सकते हैं लेकिन एक पेंच फंसा हुआ है। बिहार की लोकल मीडिया के हवाले से खबर है कि नीतीश कुमार बीजेपी के साथ मिलकर एक बार फिर सत्ता में लौटना चाहते हैं लेेकिन बीजेपी ने साफ कर दिया है कि सीएम इस बार बीजेपी को होगा लेकिन जेडीयू ये नहीं चाहती है और नीतीश कुमार को ही अपना सीएम देखना चाहती है।
इसी पर पूरा मामला फंसा हुआ नजर आ रहा है। दूसरी तरह नीतीश कुमार के पाला बदलने को लेकर कहा जा रहा है कि मोदी सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया है। इस वजह से जेडीयू काफी खुश है और वो एक बार फिर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना सकती है।
हालांकि अभी नीतीश कुमार की तरफ से ऐसे कुछ कहा नहीं गया है लेकिन नीतीश कुमार पार्टी के नेताओं के साथ मिलकर बैठक कर रहे हैं और जल्द ही कोई नया फैसला ले सकते हैं।
राजद+कांग्रेस+लेफ्ट की सीटों को मिला लिया जाए तो 79+19+16 यानी 114 का नंबर बनता है. मतलब साफ है बहुमत के लिए 8 विधायकों की कमी है। लालू खेमा इन्हीं 8 विधायकों को साधने में जुट गया है । वहीं, नीतीश कुमार जेडीयू के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं. लालू जादुई आंकड़ा जुटा लें, इससे पहले ही नीतीश विधानसभा भंग कर सकते हैं।
नीतीश कुमार के पाला बदलने पर लालू यादव खेमा बहुमत के लिए जादुई आंकड़ों को पाने के लिए रणनीति बना रहा है। सारे घटनाक्रम अचानक से बदले हैं क्योंकि मोदी सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का फैसला किया।
नीतीश कुमार भी अचानक से बदल गए है और उन्होंने कर्पूरी ठाकुर के बहाने लालू यादव को घेरा है जबकि उसका जवाब की बेटी ने अपने ही अंदाज में दिया है। ऐसे में अटकलें हैं कि नीतीश कुमार फिर से एनडीए में जा सकते हैं। बिहार की ताजा घटनाओं पर बीजेपी की पैनी नजर है और हाईकमान बिहार के बड़े नेताओं को दिल्ली बुलाचुका है।