जुबिली न्यूज डेस्क
बिहार विधानसभा स्पीकर के चुनाव में एनडीए की जीत हुई है। सदन में हंगामे के बीच बुधवार को स्पीकर पद का चुनाव हुआ और एनडीए के उम्मीदवार विजय सिन्हा नए विधानसभा अध्यक्ष चुने गए। इस दौरान महागठबंधन के विधायकों की ओ से चुनावी प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए गए और गुप्त मतदान की अपील की गई। हालांकि, उनकी अपील को ठुकरा दिया गया।
प्रोटेम स्पीकर जीतनराम मांझी ने विजय कुमार सिन्हा को विधानसभा स्पीकर घोषित किया। विजय कुमार सिन्हा को वोटिंग के दौरान 126 वोट मिले जबकि उनके खिलाफ 114 वोट पड़े।
वोटिंग के दौरान विपक्षी दल के विधायक प्रोटेम स्पीकर के सामने जय भीम के नारे लगाए तो वहीं बीजेपी विधायकों ने जय श्री राम के नारे लगाए।
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नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सदन में आरोप लगाया कि आज पूरा देश देख रहा है कि खुलेआम चोरी हो रही है, अगर ऐसे सदन चलेगा तो हमें बाहर ही कर दीजिए। तेजस्वी की मांग है कि जो विधानसभा के सदस्य नहीं हैं, उन्हें मतदान के वक्त मौजूद नहीं रहना चाहिए। राजद का कहना है कि नीतीश सदन का हिस्सा नहीं हैं।
#WATCH | बिहार: राजद विधायकों द्वारा लगातार सदन में ध्वनि मत का विरोध किया गया।
प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी ने कहा, "इसी सदन में ये भी बात देखी गई है कि जब माननीय राबड़ी देवी मुख्यमंत्री थी, तब पार्लियामेंट मेंबर माननीय लालू जी भी उपस्थित थे।" https://t.co/B7x1KgV89y pic.twitter.com/OjLtifZ7Yg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 25, 2020
प्रोटेम स्पीकर जीतनराम मांझी ने कहा- जो लोग विधानसभा के सदस्य नहीं हैं वे बाहर चले गए हैं। माननीय सीएम सदन में मौजूद रहेंगे क्योंकि परंपरा के अनुसार वही स्पीकर को कुर्सी पर बिठाएंगे।
प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी ने कहा, “इसी सदन में ये भी बात देखी गई है कि जब माननीय राबड़ी देवी मुख्यमंत्री थी, तब पार्लियामेंट मेंबर माननीय लालू जी भी उपस्थित थे।”
दरअसल, महागठबंधन के विधायकों की ओर से वोटिंग की प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। राजद की अपील है कि वोटिंग को गुप्त रखा जाए, इसको लेकर हंगामा किया जा रहा है। सदन में प्रदर्शन के दौरान विधायकों से अलग कार्यकर्ता भी विधानसभा में मौजूद हैं।
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बता दें कि सदन में चुनाव से ठीक पहले ही पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने आरोप लगाया था कि लालू यादव ने बीजेपी विधायक को फोन कर उनका साथ देने को कहा गया।