स्पेशल डेस्क
पटना। बिहार में क्रिकेट के नाम पर ही खेल हो रहा है। दरअसल यहां पर जो एसोसिएशन खेल को चला रही है वह खेल के साथ खिलवाड़ करने में आगे नजर आ रही है। बिहार क्रिकेट को बचाने के लिए आत्दित्य वर्मा लगातार मोर्चा ले रहे हैं। बिहार में क्रिकेट को लेकर चले आ रही रार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। बिहार में क्रिकेट के नाम पर भ्रष्टाचार ने अपना पांव पसार लिया है। हाल में एक न्यूज चैनल पर बिहार क्रिकेट में फैले भ्रष्टाचार का उजागर हुआ था। इसमें पता चला था क्रिकेट के नाम पर क्या-क्या होता है। इसके खिलाफ सीएबी के आदित्य वर्मा ने आवाज उठायी है और वह बार-बार बीसीसीआई से बिहार क्रिकेट को बचाने के लिए गुहार लगा रहे हैं।
मोईनुल हक स्टेडियम को लेकर आदित्य वर्मा ने खेल मंत्री को लिखा पत्र, कहा जांच हो
बिहार में अरसे क्रिकेट के लड़ रहे सीएबी के सचिव आदित्य वर्मा ने खेल मंत्री बिहार सरकार के ओएसडी सुनील कुमार वर्मा से मिल कर सीएबी के ओर से खेल मंत्री के नाम से एक पत्र लिखा था। आदित्या वर्मा ने कहा है कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशसन को मोईनुल हक स्टेडियम आवंटन मामले मे बिहार सरकार के खेल मंत्रालय के द्वारा पूर्व मे 20 फरवरी 19 को जब स्टींग ऑपरेशन क्लीन बोल्ड के तहत बीसीए के सचिव एवं अन्य पदाधिकारीयों के खिलाफ अनेक प्रकार के कुरितियों के उजागर होने के बाद पूर्व मे बिहार सरकार के खेल मंत्रालय के द्वारा आंवटीत मोईनुल हक स्टेडियम को रद्द कर विभागीय जॉच के आदेश दे दिया गया था।
उन्होंने कहा कि ऐसी हालात में मंत्री को कुछ लोगों ने वरगला कर गलत कार्य करने का कोशिश किया है। मंत्री के सचिव ने भरोसा दिया है कि मोइनुल हक स्टेडियम के आवंटन मामले मे आपके द्वारा लगाए गए आरोप की सिलसिलेवार जांच पड़ताल कराने के बाद हि मंत्री के स्तर से आगे की कारवाई की जाएगी ।
इसके बाद सरकार ने उनसे जवाब मांगा है और पूछा है कि आप ऐसा साक्ष्य दे जिससे आपकी बाद सही हो। इस पूरे मामले में आदित्या वर्मा ने खेल विभाग को अपना जवाब सौंप दिया है।