जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश में माफिया अतीक अहमद और भाई अशरफ की हत्या के बाद अब एक और खुलासा हुआ है. अतीक और अशरफ के आईएसआई के साथ कनेक्शन को लेकर सबसे बड़ा खुलासा हुआ है. जांच में पता चला है कि अतीक और अशरफ आईएसआई के मददगार थे.
जीशान कमर की अशरफ ने मदद की थी
दरअसल, साल 2021 में गिरफ्तार आतंकी जिशान का पार्सपोर्ट बनवाने में अतीक के भाई अशरफ ने मदद की थी. यहां तक कि अशरफ ने जिला पासपोर्ट अधिकारी को लेटर भी लिखा था और कहा था कि वह उसका जानकारी है और उसी के यहां नौकरी भी करता है. बता दें कि करेली से आतंकी जीशान कमर को गिरफ्तार किया गया था.
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आतंकी गतिविधियों को संचालित कर रहा था
जीशान को पाकिस्तान में हथियार चलाने और प्रयागराज में रहकर आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए ट्रेनिंग दी गई थी. ट्रेनिंग के बाद वह कुछ साथियों के साथ लखनऊ के रास्ते हथियारों को प्रयागराज ले आया और नैनी स्थित पोल्ट्री फार्म में छिपा दिया था. वह आनलाइन खजूर बेचने के बहाने आतंकी गतिविधियों को संचालित कर रहा था.
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अतीक और अशरफ ने कबूला था ISI से कनेक्शन
पुलिस की पूछताछ में अतीक और अशरफ ने कबूला था कि उनके आईएसआई से कनेक्शन हैं. साथ ही यह बात भी मानी थी कि उन्होंने पाकिस्तान से हथियार खरीदे हैं. अहम बाद यह है कि अशरफ ने पासपोर्ट अधिकारी को पत्र लिखकर जीशान कमर से जान पहचान और और पासपोर्ट बनाने की बात लिखी थी.