जुबिली स्पेशल डेस्क
चीन में एक बार फिर कोरोना ने दस्तक दे दी है। इस वजह से लॉकडाउन लगा दिया गया लेकिन ये काफी नहीं है क्योंकि प्रतिबंधों की वजह से चीन में अब लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। लोगों कोरोना प्रतिबंधों के खिलाफ नागरिकों ने सडक़ पर उतरकर बवाल काटा है।
अगर देखा जाये तो चीन में कोरोना का कहर फिर एकाएक रफ्तार पकड़ता दिख रहा है। कोरोना का संक्रमण बेकाबू हो गया है और लोगों की मौत का सिलसिला फिर से शुरू हो गया है। वायरस फिर उसी रफ्तार से लोगों को निगल रहा है जैसे पहले हुआ करता था।
उधर भारत कोरोना को लेकर पूरी तरह से अलर्ट पर है। उसने अब सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया ताकि कोरोना किसी तरह से फ़ैल न सके।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने गुरुवार को कहा कि एक जनवरी से चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से भारत आने वाले यात्रियों के लिए कोविड-19 की जांच रिपोर्ट निगेटिव आना अनिवार्य होगा। मंडाविया ने एक ट्वीट में कहा कि इन देशों के यात्रियों को प्रस्थान से पहले सरकार के हवाई सुविधा पोर्टल पर अपनी परीक्षण रिपोर्ट अपलोड करनी होगी।
1 जनवरी 2023 से चीन, हांगकांग, जापान, साउथ कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों के लिए RTPCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। यात्रा से पहले उन्हें अपनी रिपोर्ट एयर सुविधा पोर्टल पर अपलोड करनी होगी।
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) December 29, 2022
केंद्र सरकार ने पिछले दिनों विदेश से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर रैंडम सैंप्लिंग करने का फैसला लिया था. बुधवार को अधिकारी ने बताया था कि 6000 लोगों की जांच में 39 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं।
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘विगत में, यह पाया गया था कि पूर्वी एशिया के कोविड-19 की चपेट में आने के 30-35 दिन बाद भारत में महामारी की एक नयी लहर आई थी. यह एक प्रवृत्ति रही है।’
स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने हालांकि कहा कि संक्रमण की गंभीरता कम है. यदि कोविड की नयी लहर आती भी है तो इससे होने वाली मौतें और संक्रमितों के अस्पताल में भर्ती होने की दर बहुत कम रहेगी।