जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। दिल्ली के बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन 14 दिनों से जारी है। किसान और सरकार के बीच कई दौर की बातचीत हुई है लेकिन बात अभी तक नहीं बनी है। इसके साथ ही किसानों से छठे दौर की वार्ता से ठीक एक दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से 13 किसानों की मुलाकात की थी और सरकार ने अपना रूख स्पष्ट कर दिया था और कहा था कि सरकार बिल वापस लेने नहीं जा रही है।
इसके बाद बुधवार को किसानों ने सरकार को दो टूक जवाब दिया है और इसके साथ ही सरकार द्वारा दिये गए नये प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। इतना ही नहीं किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।
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जानकारी के मुताबिक कृषि कानून को वापस लेने की मांग पर अड़े किसानों को आज सरकार से लिखित प्रस्ताव मिला था लेकिन बुधवार को ही किसानों ने इसे खारिज कर दिया है।
सरकार ने मंडी सिस्टम को लेकर कुछ संशोधन के संकेत दिये थे। किसान नेताओं ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि पूरे देश में हम आंदोलन को और तेज करेंगे।
प्रेस वार्ता में किसानों ने कहा है कि बीजेपी के नेताओं का किसान घेराव करेंग। 14 दिसंबर को देशभर में धरना-प्रदर्शन होगा। दिल्ली की सड़कों को जाम करेंगे।
किसान नेताओं ने कहा कि जयपुर-दिल्ली हाइवे को 12 दिसंबर तक रोका जाएगा। पूरे देश में आंदोलन होगा। सरकार के मंत्रियों का घेराव होगा। 12 दिसंबर को सभी टोल प्लाजा फ्री करेंगे। दिल्ली की सड़कों को जाम करेंगे।